सेमिनार में इनडायरेक्ट टैक्स सर्विस के पार्टनर सिद्धार्थ जैन ने कहा कि स्टील, माइनिंग व ऑटो सेक्टर को इसका लाभ मिलेगा. रजिस्ट्रेशन, पेमेंट, रिटर्न व रिफंड की समस्या का निराकरण किया जायेगा. एडवाइजरी सर्विसेज के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर आलोक राज ने मौजूद उद्यमियों व व्यापारियों को बताया गया कि इससे देश में जारी होने वाले सेस की राशि में भी एकरुपता से आ सकेगी.
जमशेदपुर ऑफिस के तनमय दास महापात्रा ने कहा कि प्रोडक्शन कंपनियों को रॉ मैटेरियल के बदले होने मिलनी वाली छूट पर भी रोक लग सकेगी और निश्चित तौर पर इससे लाभ होगा. कार्यक्रम में स्वागत भाषण सीआइआइ जमशेदपुर जोनल काउंसिल के चेयरमैन सह सामर्थ इंजीनियरिंग के एमडी किलोल कमानी ने भी विस्तार से टैक्स के बारे में जानकारी दी. टाटा मोटर्स के फाइनांस के एजीएम व सीआइआइ के इकोनॉमिक अफेयर्स पैनल के सह संयोजक धनु कुमार ने बताया कि कंज्यूमर प्वाइंट पर टैक्स का जो अतिरिक्त भार लगता था, वह भार निश्चित तौर पर कम हो जायेगा. टैक्स में 20 से 30 फीसदी तक की बढ़ोतरी हो सकेगी और कम से कम पेपर वर्क करना होगा. सीआइआइ झारखंड के एमएसएमइ पैनल के संयोजक सह एके इंडस्ट्रीज के पार्टनर एके श्रीवास्तव ने अंत में लोगों को धन्यवाद ज्ञापित किया.