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आरएमएस स्कूल की घटना: आरोपी छात्र के पिता ने कहा, स्कूल से कभी कोई शिकायत नहीं मिली

जमशेदपुर. खूंटाडीह बीए ब्लॉक में रहने वाले आरोपी छात्र के पिता टाटा स्टील में कर्मचारी हैं. उन्हें पूछताछ के लिए देर शाम सोनारी थाना बुलाया गया. पिता ने बताया कि उनका बेटा स्कूल से घर और फिर ट्यूशन जाता था. कभी कोई शिकायत स्कूल से नहीं मिली. पकड़े जाने के बाद कई तरह के आरोप […]

जमशेदपुर. खूंटाडीह बीए ब्लॉक में रहने वाले आरोपी छात्र के पिता टाटा स्टील में कर्मचारी हैं. उन्हें पूछताछ के लिए देर शाम सोनारी थाना बुलाया गया. पिता ने बताया कि उनका बेटा स्कूल से घर और फिर ट्यूशन जाता था. कभी कोई शिकायत स्कूल से नहीं मिली. पकड़े जाने के बाद कई तरह के आरोप लगाये जा रहे हैं. वह भी जानने का प्रयास कर रहे हैं कि आखिर बेटे को कट्टा किसने दिया.
खेलकूद प्रतियोगिता में भी मारपीट की थी. शिक्षकाओं ने बताया कि कट्टा लेकर आने वाले छात्र ने नवंबर 2015 में स्कूल की आयोजित वार्षिक खेलकूद प्रतियोगिता में भी मारपीट की थी. मारपीट में वह अपने गैंग के सभी साथियों को लेकर आया था. स्कूल ने उसे हिदायत दी थी.
रात में साढ़े नौ बजे किसने बुलाया था छात्र को?. पुलिस की जांच में यह बात सामने आयी है कि बीते दिन रात में छात्र की मां के मोबाइल फोन पर एक कॉल आया था. कॉल करने वाले ने छात्र से बातचीत की और उसे आवश्यक काम के लिए रात साढ़े नौ बजे घर से बाहर बुलाया था. पुलिस पता लगा रही है कि छात्र को बाहर बुलाने वाला कौन था. पूरे मामले में बादल नामक एक युवक का नाम भी सामने आ रहा है.
मुझे फंसाया गया है : छात्र. गिरफ्तार छात्र ने पत्रकारों को बताया कि उसकी क्लास की तीसरी लाइन में बैठी छात्रा और उसके भाई ने मिलकर उसे फंसाया है.
छात्रा का भाई फेसबुक में कुछ गलत कर रहा था. इसकी शिकायत मैंने उसकी बहन से की थी. इसी का बदला लेने के लिए उसे क्लास रूम में फंसाया गया है. कट्टा भी उसके पास से नहीं, बल्कि छात्रा के बेंच की डेस्क से मिला है.
अभिभावकों व स्कूल का रोल महत्वपूर्ण : एसएसपी
एसएसपी अनूप टी मैथ्यू ने आठवीं कक्षा के छात्र के पास कट्टा मिलने पर कहा कि ऐसी घटनाओं को रोकने में अभिभावकों तथा स्कूल का रोल महत्वपूर्ण है. पुलिस घटना के बाद पहुंचकर कानूनी कार्रवाई कर सकती है, लेकिन छात्र की गतिविधियों पर ध्यान स्कूल व उनके पेरेंट्स ज्यादा रख सकते हैं. स्कूल को बीच-बीच में सभी क्लास रूम में चेकिंग करनी चाहिए. वर्तमान समय में अपराधी किसी घटना को अंजाम देने के बाद हथियार छिपाने के लिए स्कूल के छात्रों को सेफ टारगेट मान रहे हैं. उन्होंने आदित्यपुर में कांग्रेसी नेता शान बाबू की हत्या में इस्तेमाल किये गये हथियार को अपराधियों द्वारा डीपीएस के छात्र के पास छिपाने की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि अभिभावक बच्चों के स्कूल जाने और वापस लौटने पर बैग की छानबीन करें. छात्र द्वारा उपयोग में लाये जाने वाले मोबाइल फोन व मिलने वाले दोस्तों के बारे में जानकारी रखें.

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