बुधवार को पूर्व अधीक्षक व प्रभारी प्रधान लिपिक अमर ज्योति सिंह ने स्पष्टीकरण प्रबंधन को सौंप यह आरोप लगाया है. इससे पूर्व बिजली मिस्त्री राजेश प्रसाद सिन्हा ने अधीक्षक को भेजे जवाब में ठेकेदार को कनेक्शन पूर्व अधीक्षक व प्रभारी लिपिक के आदेश पर देने की बात कही थी. इसके एवज में 1.50 लाख रुपये मांगने का आरोप भी लगाया था.
बुधवार को पूर्व अधीक्षक व प्रधान लिपिक ने बिजली मिस्त्री द्वारा लगाये आरोप को खारिज करते हुए बताया है कि चूंकि बिजली मिस्त्री के अवैध नियुक्ति की फाइल अस्पताल के प्रभारी प्रधान लिपिक अमर ज्योति सिंह के पास है, इसलिए दोनों के विरूद्ध सोची समझी साजिश के तहत आरोप लगाया जा रहा है. पूर्व अधीक्षक ने पदाधिकारी की मानहानि, अवैध नियुक्ति व सरकारी राशि गबन का आरोप लगाते हुए बिजली मिस्त्री के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की है. पूर्व अधीक्षक डॉक्टर आरवाई चौधरी ने अधीक्षक को बताया है कि राजेश प्रसाद सिन्हा की अवैध बहाली से जुड़े दस्तावेज वे अपने कार्यकाल में पहले ही उपायुक्त व क्षेत्रीय स्वास्थ्य उपनिदेशक को प्रेषित कर चुके है.