परसुडीह की महिला, सदर अस्पताल की जगह ले जायी गयी जुगसलाई
रविवार को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में हुआ छह शिशुओं का जन्म
नर्स ने कराया प्रसव, कोई डॉक्टर नहीं था उपस्थित
नर्स ने प्रभारी को ममता वाहन में प्रसव की सूचना दी, फिर भी नहीं पहुंचे डॉक्टर
जमशेदपुर: परसुडीह ग्वाला बस्ती निवासी एक महिला का रविवार सुबह जुगसलाई प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लाते समय जुगसलाई काली मंदिर के पास ममता वाहन में ही प्रसव हो गया. जच्च-बच्च दोनों फिलहाल पीएचसी में स्वस्थ हैं. परसुडीह ग्वाला बस्ती निवासी कन्हैया यादव की पत्नी आशा देवी को शनिवार रात प्रसव पीड़ा शुरू हुई, लेकिन उसने रविवार सुबह 6:00 बजे सहिया शोभा मैती को इसकी जानकारी दी. शोभा महिला के घर के पास रहने वाले ममता वाहन के चालक को बुलाकर उसे जुगसलाई ले जा रही थी, लेकिन पीएचसी पहुंचने से पहले ही प्रसव हो गया. सहिया ने बताया कि आशा घर में अकेली रहती है. उसे कल टीका लगाया गया था तथा प्रसव निकट होने की सूचना देते हुए दर्द शुरू होने पर फोन से सूचित करने को कहा गया था, लेकिन ऐसा नहीं होने से उसको अस्पताल लाने में देरी हुई. आशा की मां ने बताया कि उसकी बेटी ने आज सुबह फोन कर बताया कि उसे पीड़ा हो रही है, लेकिन जब तक वे उसके घर पहुंचतीं, आशा अस्पताल आ चुकी थी.
सदर अस्पताल क्यों नहीं ले जायी गयी आशा
सवाल है कि परसुडीह निवासी आशा प्रसव के लिए पास स्थित सदर अस्पताल न जाकर जुगसलाई क्यों गयी? सदर अस्पताल से महिला के घर की दूरी आधा किलोमीटर भी नहीं है, इसके बावजूद उसे जुगसलाई ले जाने से स्पष्ट है कि आस-पास के लोगों को भी अभी अस्पताल की जानकारी नहीं है.
मामले की होगी जांच
ममता वाहन में शिशु के जन्म की जानकारी मिलने पर सिविल सजर्न डॉक्टर एलबीपी सिंह ने कहा कि इसकी जांच होगी कि इसमें किसकी गलती है. यही नहीं, महिला को सदर अस्पताल क्यों नहीं ले जाये गया, इसकी भी जांच की जायेगी.