जमशेदपुर/चाईबासा : कार्यकर्ता ही संगठन की जान है. उनके दम पर ही सरकार बनती है. कार्यकर्ताअों के आत्मसम्मान पर आंच नहीं आनी चाहिये. उक्त बातें खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री सरयू राय ने कहीं. वे रविवार को बिष्टुपुर स्थित चेंबर भवन में भाजपा महानगर की जिला कार्यसमिति की बैठक को संबोधित कर रहे थे.
श्री राय ने कहा कि केंद्र अौर प्रदेश में भाजपा की सरकार है. हर स्तर पर सरकार अच्छा काम कर रही है. ऐसे में कार्यकर्ताओं की भूमिका और भी बढ़ जाती है. सरकार की उपलब्धियों को जनता के बीच ले जाने का काम कार्यकर्ताअों का है. उन्होंने आह्वान किया कि योजनाअों को समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचायें तथा जनसमस्याअों को भी उचित मंच पर लेकर आयें, ताकि उसका त्वरित समाधान हो सके.
उन्होंने कही कि कार्यकर्ता सरकार एवं संगठन के बीच कड़ी बन कर काम करें. इससे पूर्व मंत्री सरयू राय, भाजपा के वरिष्ठ नेता जिला प्रभारी जेबी तुबिद, पूर्व सांसद आभा महतो एवं जिला अध्यक्ष नंदजी प्रसाद ने दीप प्रज्वलित कर तथा पंडित दीनदयाल उपाध्याय एवं श्यामा प्रसाद मुखर्जी की तसवीर पर माल्यार्पण कर बैठक की शुरुआत की. बैठक को जेबी तुबिद, अाभा महतो, जिला अध्यक्ष नंद जी प्रसाद, जिला परिषद अध्यक्ष बुलू रानी सिंह,
उपाध्यक्ष राजकुमार सिंह, प्रदेश कार्य समिति सदस्य मनोज सिंह ने भी संबोधित किया. संचालन राम सिंह मुंडा व मुकुल मिश्रा ने तथा धन्यवाद ज्ञापन सुरंजन राय ने किया. इससे पूर्व बैठक में आने वाले सभी प्रतिनिधियों का पंजीकरण किया गया तथा कीट दिया गया.
परिवार में कोई बड़ा कार्यक्रम होगा तो वह है मेरी शादी
पिछले साल जनवरी के अंत में प्रत्युषा बनर्जी अपने भतीजे के जनेऊ संस्कार में शहर आयी थी. इस दौरान इंटरव्यू में प्रभात खबर से प्रत्युषा ने कहा था कि यह कार्यक्रम मेरे परिवार में करीब 15 साल के बाद हो रहा है. अब कोई बड़ा कार्यक्रम होगा तो वह मेरी शादी होगी. पर अफसोस कि यह हो न सका. प्रत्युषा के पिता शंकर बनर्जी बिजनेसमैन हैं व इनकी मां सोमा बनर्जी एनजीओ चलाती है.
प्रत्युषा की मौत से एक दिन पहले हुई बातचीत में सोमा बनर्जी ने कहा था कि शहर में 10 अप्रैल को एक बड़ा कार्यक्रम कराने की तैयारी है जिसमें प्रत्युषा भी आ सकती है. इंडस्ट्री में नहीं होता कोई बेस्ट फ्रेंड : इंटरव्यू के दौरान प्रत्युषा बनर्जी ने यह बताया था कि बॉलीवुड में बेस्ट फ्रेंड नाम की कोई चीज नहीं होती. लेकिन मैं जिस किसी से मिलती हूं प्यार से मिलती हूं. प्रत्युषा शाहरुख खान व काजोल को अपना आदर्श मानती थी.
प्रत्युषा ने भले ही रिएलिटी शो बिग बॉग में प्रतिभागी के तौर पर हिस्सा लिया हो. लेकिन वो खुद कभी बिग ब़ॉस देखना पसंद नहीं करती थी. ऐसा इसलिए क्योंकि उसमें हमेशा निगेटिविटी ही दिखाया जाता था जो प्रत्युषा को पसंद ना था.