Advertisement
उम्र कैद की सजा काट चुके बंदियों को रिहा करें
बताया आठ हजार से अधिक ऐसे बंदी हैं, जो अपनी सजा काट चुके हैं जमशेदपुर : रांची स्थित हाेटवार जेल में आय से अधिक संपत्ति मामले में जेल में बंद पूर्व मंत्री दुलाल भुइयां ने राज्यपाल काे पत्र लिख कर बताया कि झारखंड की विभिन्न जेलाें में आठ हजार से अधिक बंदी हैं, जिन्हाेंने उम्र […]
बताया आठ हजार से अधिक ऐसे बंदी हैं, जो अपनी सजा काट चुके हैं
जमशेदपुर : रांची स्थित हाेटवार जेल में आय से अधिक संपत्ति मामले में जेल में बंद पूर्व मंत्री दुलाल भुइयां ने राज्यपाल काे पत्र लिख कर बताया कि झारखंड की विभिन्न जेलाें में आठ हजार से अधिक बंदी हैं, जिन्हाेंने उम्र कैद की सजा काट ली है. सुप्रीम काेर्ट ने डब्ल्यूपी 48-2014 की सुनवाई के बाद दाे दिसंबर 2015 काे 258 पन्नाें में अंतिम निर्णय दिया था कि अाजीवन कारावास की सजा काट चुके बंदियाें काे रिहा किया जाये.
सुप्रीम काेर्ट के आदेश के बाद छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, कनार्टक, आेड़िशा आदि ने इस पर अमल करते हुए काफी बंदियाें काे रिहा कर दिया, लेकिन झारखंड में इसे अभी तक लागू नहीं किया गया है. झारखंड की जेलाें में सजा पूरी कर चुके बंदी काफी बीमार स्थिति में हैं. काफी मर चुके हैं. जेल में चलाये जा रहे सुधारात्मक कार्य याेगा, प्राणायाम, पढ़ाई, कंप्यूटर ट्रेनिंग, व्यावसायिक प्रशिक्षण, खेती करना, साफ-सफाई, प्रार्थना सभा के अलावा जेल के नियमाें का भी पालन कर रहे हैं. इसलिए इस पर सरकार काे ध्यान देना चाहिए.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement