जमशेदपुर: जेम्को, आजादबस्ती में ट्रांसपोर्टर दलबीर सिंह उर्फ बीरे हत्याकांड में पुलिस ने अशोक राय, कुणाल शर्मा तथा नवीन कुमार पांडेय को गिरफ्तार कर लिया है. कुणाल की निशानदेही पर उसके दोस्त के घर से हथियार भरा झोला बरामद किया गया है. इसके अलावा अशोक राय के घर से कुछ दूरी पर चार बाइक बरामद की गयी है. उक्त जानकारी एसएसपी एचवी होमकर ने अपने कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में पत्रकारों को दी.
श्री होमकर ने बताया कि बर्मामाइंस वर्मा रोड निवासी अशोक राय के घर में चार दिन पूर्व दलबीर की हत्या की योजना बनायी गयी थी. जाइलो गाड़ी से प्रकाश मिश्र, कुणाल, नवीन, सूरज, जेपी, भीम तथा सोनू सभी अशोक राय के घर गये थे. हत्या से एक माह पूर्व से ही सभी दलबीर सिंह की रेकी कर रहे थे. 10 नवंबर की रात सवा दस बजे बेलगड्ढा मैदान के पास प्रकाश मिश्र, कुणाल, भीम, मोनू, जयप्रकाश उर्फ जेपी, टीटू,अशोक,सूरज ने अपने साथियों की मदद से दलबीर को घेर कर गोलियां मारी. 15 सेअधिक जगहों पर भुजाली से वार किया और पहचान छुपाने के लिए बोल्डर से सिर पर वार किया. हत्या करने का बाद प्रकाश मिश्र, भीम और मोनू जाइलो गाड़ी से बिहार भाग गये. पुलिस टीम बिहार गयी हुई है. एसएसपी ने कहा कि अभी तक की जांच में यह बात सामने आयी है उसके मुताबिक 10 से अधिक लोगों ने मिलकर दलबीर की हत्या की है.
प्रवीर झा मामले में गवाही देने पर की हत्या. एसएसपी ने कहा कि प्रकाश मिश्र की बहन सीमा ने भागकर अमरजीत सिंह से प्रेम विवाह किया था. प्रवीर झा ने सीमा को घर से भागने और शादी रचाने में मदद की थी. प्रकाश मिश्र ने अपने पिता लक्ष्मी नारायण मिश्र की मदद से प्रवीर झा की हत्या कर दी. प्रवीर हत्याकांड में दलबीर सिंह ने गवाही दी थी और केस के पक्ष में कई काम किये थे. इसी बात को लेकर प्रकाश मिश्र उसकी हत्या करना चाहता था. पिछले वर्ष भी जेम्को चौक पर दलबीर सिंह की शराब दुकान में दोनों गुट के बीच फायरिंग की घटना हुई थी.
प्रकाश की दहशत को पुलिस करेगी खत्म. एसएसपी ने कहा कि लक्ष्मीनगर में प्रकाश मिश्र और उसके परिवार के लोगों ने क्षेत्र में दहशत फैला रखी है. पुलिस टीम इस दहशत को खत्म करने में जुट गयी है. उन्होंने कहा कि प्रकाश मिश्र का बिहार के कुछ अपराधियों से संपर्क है, जिसे वह शहर लाकर घटना को अंजाम देता है. दलबीर सिंह हत्याकांड में बिहार के कुछ अपराधियों की मदद ली गयी है.