पुलिस ने घटनास्थल से 7.65 बोर का एक खोखा बरामद किया है. फायरिंग के बाद त्रिमूर्ति चौक की सभी दुकानें बंद हो गयीं. वहीं मन्ना महतो के साथी ने प्रभात खबर को दूरभाष पर बताया कि मन्ना एक वर्ष से कीताडीह में रह रहा था. वह कीताडीह तालाब के पास चलने वाले अवैध शराब और जुआ का विरोध करता था. इस कारण उसे खदेड़कर हत्या करने की कोशिश की गयी. फिलहाल पुलिस कई बिंदुओं पर जांच कर रही है.
इस संबंध में देर रात रमेश सिंह के बयान पर मन्ना व उसके साथियों पर परसुडीह थाना में मामला दर्ज किया गया है. पुलिस के मुताबिक मन्ना महतो पर हत्या, चोरी समेत कई अापराधिक मामले दर्ज हैं. पिछले कई माह से मन्ना महतो जेल से बाहर है और कई तरह की अपराधिक गतिविधियों को अंजाम दे रहा था. पुलिस तक लिखित शिकायत नहीं पहुंच पा रही थी. शिकायत मिलने के बाद देर रात प्राथमिकी दर्ज की गयी है.