जमशेदपुर: यजाकी इंडिया के महिला प्रशिक्षुओं के भाग्य का फैसला होगा मंगलवार को होगा. प्रशिक्षुओं की बातों को सुनने के बाद श्रम मंत्री ने संयुक्त श्रमायुक्त उमेश प्रसाद को निर्देश दिया है कि मंगलवार को प्रबंधन के उच्च पदाधिकारी की उपस्थिति सुनिश्चित करें. श्रम मंत्री ने कहा कि प्रबंधन, प्रशिक्षु व मीडिया के समक्ष पारदर्शी फैसला होगा.
हर्षवर्धन के नेतृत्व में महिला प्रशिक्षुओं ने सोमवार को रांची के नेपाल हाउस में सामाजिक सुरक्षा बोर्ड की बैठक के बाद श्रम मंत्री से मुलाकात की. श्रम मंत्री ने एक सप्ताह के भीतर प्रशिक्षुओं की समस्या का समाधान करने का आश्वासन दिया. श्रम मंत्री को महिला प्रशिक्षुओं ने बताया कि उनलोगों को तीन वर्ष का प्रशिक्षण दिये जाने की बात कह कर कंपनी में नियोजन लिया गया पर तीन वर्ष प्रशिक्षण के नाम पर काम करवाया गया. प्रशिक्षण सह उत्पादन कार्य के दौरान उनलोगों को मेडिकल, पीएफ की सुविधा नहीं दी गयी और न ही वेतन उस मुताबिक दिया गया. प्रशिक्षुओं ने कहा कि प्रबंधन के पदाधिकारी धरना समाप्त करने के लिए धमकी भी दे रहे हैं.
साथ ही प्रबंधन द्वारा मैटरनिटी लीव नहीं दिये जाने की बात भी कही गयी. श्रम मंत्री ने सभी की बातों को सुनने के बाद कहा कि मंगलवार को प्रबंधन को बुलवा रहे हैं और सभी के सामने फैसला हो जायेगा. ज्ञात हो कि स्थायीकरण व अन्य मांगों को लेकर टाटा मोटर्स परिसर में स्थित यजाकी इंडिया के 250 महिला व 100 पुरुष प्रशिक्षु धरना पर हैं.