रांची, जमशेदपुर. महिलाओं की सुरक्षा के लिए सीआइडी द्वारा तैयार शक्ति एप का विमोचन मुख्यमंत्री ने रांची में किया. उन्होंने कहा कि एंड्रायड आधारित इस मोबाइल एप्लीकेशन की मदद से महिलाएं आपात स्थिति में सीधे पुलिस कंट्रोल रूम और अपने रिश्तेदारों को सूचना दे सकती हैं. उन्होंने कहा कि इस एप को बनाने में दिल्ली पुलिस को 40 लाख रुपये खर्च आये थे. राज्य पुलिस का डाटा सेंटर ने इसे फ्री में तैयार किया. यह बड़ी बात है.
मुख्यमंत्री ने शक्ति एप तैयार करने वाली टीम को एक लाख रुपये पुरस्कार देने की घोषणा की. शक्ति एप के बारे में चर्चा करते हुए सीआइडी के आइजी संपत मीणा ने बताया कि ट्रायल के तौर पर इसे जमशेदपुर के सात थाना क्षेत्रों बिष्टुपुर, सोनारी, साकची, कदमा, सिदगोड़ा, सीतारामडेरा व गोलमुरी में शुरू किया गया है. इधर जमशेदपुर में एसएसपी अनूप टी मैथ्यू ने बताया कि एंड्रायड फोन पर शक्ति एप को डाउनलोड किया जा सकता है. बुधवार को इस एप को परीक्षण के तौर पर बिष्ठुपुर, साकची, सोनारी, कदमा, सिदगोड़ा, सीतारामडेरा और गोलमुरी थाना में किया गया. शक्ति एप का फायदा उक्त थाना क्षेत्रों में ही मिल पायेगा.
एसएसपी ने बताया कि इन्हीं थाना क्षेत्रों के पेट्रोलिंग वाहन में जीपीएस सिस्टम का फायदा भी मिल पायेगा. बुधवार को शक्ति एप के साथ-साथ जीपीएस सिस्टम का उदघाटन किया गया. इस मौके पर सीसीआर में एसएसपी अनूप टी मैथ्यू, सिटी एसपी चंदन झा,डीएसपी सिटी अनिमेश नैथानी, डीएसपी लॉ एंड ऑर्डर बीएन सिंह,डीएसपी सीसीआर जंसिता केरकेट्टा ,डीएसपी पटमदा अमित कुमार,डीएससपी अमर कुमार पांडेय,केएन मिश्रा सहित कई पुलिस पदाधिकारी मौजूद थे.