जमशेदपुर: टीएमएच में रविवार को कॉबलेशन सजर्री पर एक वर्कशॉप का आयोजन हुआ. इसमें चिकित्सकों ने मैक्स हॉस्पिटल से आये डॉ संजय सचदेवा द्वारा कॉबलेशन पद्धति से किये गये गले के कैंसर व बच्ची के टॉनसिल के ऑपरेशन को लाइव देखा. कुल चार ऑपरेशन हुए. उन्होंने ऑपरेशन के दौरान जानकारी भी दी. डॉक्टरों के सवाल के जवाब भी दिये. यह भी कहा कि खर्राटे से जान तक जा सकती है. इसके पहले कार्यशाला का उद्घाटन टाटा स्टील मेडिकल विभाग के जीएम टीपी मधुसूदनन ने किया. इस दौरान डॉ केपी दुबे सहित कई डॉक्टर मौजूद थे.
डॉ संजय के अनुसार खर्राटा लेने वाला व्यक्ति कभी भी मर सकता है. वह हार्ट अटैक व लकवा का शिकार हो सकता है. जब किसी व्यक्ति की सांस नली में कोशिकाएं बढ़ जाती हैं, तो उसमें सिकुड़न आ जाती है. जिससे व्यक्ति खर्राटा लेता है. इंडोस्कोपी से देख कर कॉबलेशन पद्धति से इसका ऑपरेशन किया जाता है.