जमशेदपुर: शहर के स्कूली बच्चों तथा उनके अभिभावकों को अभी और परेशानी ङोलनी होगी. स्कूली वाहनों में ओवर लोडिंग मामले के निबटारे के लिए सोमवार को प्रशासन ने द्विपक्षीय वार्ता बुलायी है. इस वार्ता के सफल होने के बाद ही बच्चों-अभिभावकों की परेशानी दूर होगी. डीसी डॉ अमिताभ कौशल ने स्कूली वाहनों में ओवर लोडिंग मामले के निबटारे की जिम्मेवारी एसडीओ प्रेम रंजन को सौंपी है.
अनुमंडल कार्यालय में सोमवार को 11 बजे एसडीओ की अध्यक्षता में बैठक बुलायी गयी है. इसमें डीटीओ, यातायात डीएसपी, मोटरयान निरीक्षक एवं शिक्षित बेरोजगार स्कूल वाहन चालक संघ के सदस्यों को बुलाया गया है. वहीं, फिलहाल चालकों ने स्कूली वाहनों का परिचालन बंद रखने का निर्णय लिया है.
डीसी से मिले संघ के सदस्य
शिक्षित बेरोजगार स्कूल वाहन चालक संघ के सदस्यों ने शनिवार को डीसी डॉ अमिताभ कौशल से मुलाकात कर उन्हें ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन में पूर्व की तरह स्कूली वैन में 15 और ऑटो में 10 बच्चों को बैठाने एवं ओवर लोडिंग के नाम पर चल रहे अभियान को रोकने की मांग की गयी. संघ का कहना है कि सभी अभिभावक भाड़ा बढ़ोतरी के लिए सहमत नहीं हैं. चूंकि, एक घर में एक से अधिक बच्चे हैं, ऐसे में अभिभावकों पर बोझ पड़ेगा. प्रतिनिधिमंडल में गोपाल जायसवाल, प्रदीप सिंह, रमेश तिवारी, संतोष मंडल, जय प्रकाश मिश्र, कन्हैया, रोहित, रवींद्र सिंह, गोपाल हलधर, राजू कुमार आदि थे.
..तो डॉ उमेश पर केस दर्ज करायेगा संघ
शिक्षित बेरोजगार स्कूल वाहन चालक संघ के अध्यक्ष गोपाल जायसवाल का आरोप है कि अभिभावक संघ के अध्यक्ष डॉ उमेश कुमार के कारण स्कूली वाहन चालक हड़ताल पर चले गये. इसके कारण अभिभावकों, बच्चों एवं चालकों को परेशानी उठानी पड़ी. उन्होंने कहा कि जांच के दौरान अगर कोई स्कूली वाहन दुर्घटनाग्रस्त होता है, तो संघ डॉ उमेश पर केस दर्ज करायेगा.
हड़ताल पर रहे चालक
ओवर लोडिंग की जांच के विरोध में स्कूली वाहन चालक शनिवार को भी हड़ताल पर रहे. हालांक, अधिकांश स्कूल बंद होने के कारण जाम जैसी स्थिति उत्पन्न नहीं हुई. जो स्कूल खुले थे, वहां अभिभावक की बच्चों को छोड़ने और लेने आये.