जमशेदपुर : दिनों-दिन उछाल मार रही दाल अब गरीबों की थाली से छिटकने लगी है. दाल तो अब साप्ताहिक स्पेशल हो चली है. रोजमर्रा तो छोड़िये, अगर हफ्ते में एक दिन भी दाल खाने का मन हो जाये तो समझिये हफ्ते का बजट चौपट. दाल की बढ़ी कीमतों से सबसे ज्यादा आहत हैं गरीब और मध्यम वर्गीय परिवार, जिनकी सर्वाधिक निर्भरता दाल पर ही होती थी.
दो माह में 50 रुपये बढ़ी कीमत, चार महीने बाद चाव से खा सकेंगे दालदाल की बढ़ती कीमतों का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि पिछले 2 महीनों में प्रति किलो अरहर दाल के मूल्य में 50 रुपये का इजाफा हुआ है. अगस्त में 135 रुपये प्रति किलो बिकने वाली दाल अब 185 रुपये में बिक रही है. वहीं अन्य दालों का भी ऐसा ही हाल है. अगर थोक विक्रेताओं की मानें तो अरहर दाल की नयी फसल आने में अभी करीब चार माह का वक्त बाकी है.
और जब तक नयी फसल नहीं आती, तब अरहर दाल की कीमते गिरने की कोई गुंजाइश नहीं दिख रही. कैसे पूरी हो प्रोटीन की मात्राआम आदमी के लिए दाल को प्रोटीन का सबसे सुलभ श्रोत माना जाता है. पर महंगी कीमतों के चलते दाल अब लोगों से दूर हो चली है और ऐसे में लोगों को प्रोटीन की प्रचुर मात्रा नहीं मिल पा रही है. जिसका असर लोगों के स्वास्थ्य पर दिखायी दे रहा है. क्या है कारणदाल चावल विक्रेता प्रेम ने बताया कि शहर में अरहर दाल की सबसे बड़ी खेप महाराष्ट्र व रायपुर से आती है. इस बार फसल काफी कम हुई है और आवक भी काफी कम है. ऐसे में कीमत में अंधाधुंध बढ़त हो रही है. वर्तमान दाल का दाम -रिटेल -थोकमसूर – 88 -81चना दाल – 74 -68अरहर – 185 -180उड़द – 160 -155मूंग दाल – 125 -115