जमशेदपुरः मैं झारखंड अलग राज्य बनाने का पक्षधर नहीं था. कांग्रेस में रहते इसके खिलाफ आवाज उठायी थी. झारखंड बने 13 वर्ष बीत गये, लेकिन अब तक यह राज्य का स्वरूप नहीं ले पाया है.
जिन विषयों को लेकर अलग राज्य बना अबतक उस पर कोई काम नहीं हुआ है. ये बातें बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ जगन्नाथ मिश्रा ने स्थानीय परिसदन मंे पत्रकारों से बातचीत में कही. वे एक शादी समारोह में भाग लेने जमशेदपुर आये हैं.
डॉ मिश्रा ने कहा कि यहां के हालात देख कर ऐसा लगता है कि मुख्यमंत्री-मंत्री पद पाने के लिए ही लोगों ने अलग राज्य बनाया था. डॉ मिश्रा ने कहा कि यह सच है कि झामुमो प्रमुख शिबू सोरेन झारखंड में जनता के मुद्दों को लेकर लड़ाई लड़ रहे थे. 1976 में उन्होंने शिबू सोरेन को इंदिरा गांधी से मिलाया था. 1980 में कांग्रेस-झामुमो साथ मिल कर चुनाव लड़े और झामुमो को 19 सीटें मिली थी, लेकिन बाद में राज्य चलाने में शिबू सोरेन भी विफल हो गये.
किसी एक दल को बहुमत मिले तभी झारखंड की तकदीर बदलेगी
डॉ मिश्रा के ने कहा कि झारखंड की तकदीर तभी बदलेगी जब यहां की जनता किसी एक दल को बहुमत देगी. उन्होंने कहा कि बिहार का मुख्यमंत्री रहते झारखंड में जो योजनायें उन्होंने शुरू की थी वे अब तक पूरी नहीं हुई हैं. योजनाओं को पूरा करने के लिए झारखंड के राज्यपाल को उन्होंने पत्र लिखा है. केंद्र की मनमोहन सरकार के बारे में श्री मिश्रा ने कहा कि घोटाला दर घोटाला देख कर सरकार के काम पर शर्म आती है. केंद्र सरकार ने मर्यादा को ताक पर रख दिया है. नरेंद्र मोदी-नीतीश कुमार के मुद्दे पर डॉ मिश्र ने कहा कि नीतीश कुमार अपने सिद्धांत की राजनीति कर रहे हैं और उन्हें नहीं लगता कि भाजपा-जदयू गंठबंधन इतनी जल्दी टूटेगा.
बिहार मंे 10 लाख लोगों को मिलेगा प्रशिक्षण : नीतीश मिश्रा
शादी समारोह में भाग लेने पहुंचे बिहार के ग्रामीण विकास मंत्री नीतीश मिश्रा ने कहा कि बिहार में 10 लाख लोगों को सिक्यूरिटी, हाउस कीपिंग, ड्राइविंग, कंप्यूटर, स्कील्ड डेवलमेंट का प्रशिक्षण दिया जायेगा. उन्होंने कहा कि अगले चार साल में महिलाओं तथा लोगों को आत्म निर्भर बनाने के लिए 9 लाख स्वयं सहायता समूह बनाये जायेंगे और डेढ़ लाख रुपये प्रति समूह को दिये जायेंगे. जून तक एक लाख तालाब खोदे जायेंगे, निजी जमीन पर भी तालाब बनायेंगे. नवी नगर में बिजली का नया प्लांट बनेगा. श्री मिश्रा के कहा कि बिहार के लोगों को बिजली देना सबसे बड़ी चुनौती है. परिसदन में डॉ मिश्रा का वरिष्ठ कांग्रेसी नेता राजेश कुमार शुक्ल समेत अन्य ने स्वागत किया.