इस दौरान बीपीओ ने वैसे मनरेगा साइट के एक्टिव (कार्यरत) होने की जानकारी दी, जिस पर काम नहीं चल रहा था. एमआइएस से गलत जानकारी देने की बात पकड़ में आ गयी. इसके बाद निदेशक ने दोनों प्रखंड के बीपीओ को शो कॉज करने का निर्देश संबंधित बीडीओ को दिया है.
वहीं बीडीओ को कार्यशैली में सुधार लाने का निर्देश दिया. वहीं मनरेगा पर ध्यान देने व बरसात के दौरान चलने वाले पक्के काम (बकरी शेड निर्माण जैसे कार्य) को चयन कर स्वीकृति के लिए प्रस्ताव भेजने का निर्देश दिया. रोजगार सेवकों को नयी साइट पर काम शुरू करने का निर्देश दिया गया. संतोषजनक काम नहीं होने पर कार्रवाई की चेतावनी दी गयी. रोजगार सेवकों के अवधि विस्तार का प्रस्ताव अभी लंबित है. एनइपी की निदेशक शुक्रवार को पोटका, जमशेदपुर, गुड़ाबांधा और घाटशिला प्रखंड के बीडीओ के साथ वीडियो कांफ्रेसिंग कर मनरेगा योजनाओं की समीक्षा करेगी.