जमशेदपुर, रांची: 10 लाख का इनामी हार्डकोर नक्सली राजेश सिन्हा उर्फ उदय जी को घाघीडीह सेंट्रल जेल से रांची होटवार जेल हस्तांतरित कर दिया गया. सुरक्षा कारणों से ऐसा किया गया है. 8 मई 12 को उदय जी को लातेहार जेल से घाघीडीह जेल में शिफ्ट किया गया था. उसे घाघीडीह जेल के सेल में रखा गया था.
जेल आइजी ने लिखा था पत्र
मिली जानकारी के मुताबिक जेल आइजी ने उन्हें रांची सेंट्रल जेल में स्थानांतरित करने के लिए जमशेदपुर पुलिस को पत्र लिखा था. जिसके बाद भारी सुरक्षा-व्यवस्था में उन्हें रांची जेल ले जाया गया. माओवादी को पुलिस ने वर्धमान कंपाउंड (रांची) स्थित एक अपार्टमेंट के फ्लैट से 12 अगस्त 2010 को गिरफ्तार किया था. गिरफ्तारी के वक्त वह भाकपा माओवादी की सेंट्रल कमेटी और बिहार-झारखंड-नॉर्थ छत्तीसगढ़-उत्तरी बिहार कमेटी का सदस्य था. उस पर 10 लाख का इनाम था. गिरफ्तारी के बाद पुलिस को पता चला था कि इस नक्सली नेता ने पटना विश्वविद्यालय से 1988 में अर्थशास्त्र विषय से एमए की पढ़ाई पूरी की थी. पटना में उनकी जमीन और तीन तल्ला मकान है. नक्सली का बेटा और बेटी इंजीनियरिंग कॉलेज में पढ़ते हैं.
घाघीडीह जेल में बंद है हिमाद्री
शीर्ष माओवादी नेता रहे किशन जी का प्रमुख सहयोगी हिमाद्री सेन राय घाघीडीह जेल में बंद है. दिसंबर 2014 में पश्चिम बंगाल के दमदम केंद्रीय कारा से घाघीडीह सेंट्रल जेल में शिफ्ट किया गया था. उनके खिलाफ 17 सीएलए एक्ट के तहत मामले चल रहे हैं.
घाघीडीह जेल में बंद नक्सली
श्याम सिंकू, रामनाथ सिंह उर्फ पातर, सुनीता सिंह सरदार, रघुनाथ मुंडा, अजरु न सोरेन, रघु मांझी उर्फ मंजीत टुडू उर्फ मंगल, प्रदीप गायलन उर्फ राहुल दास उर्फ राजीव दास, सोमरा मांझी उर्फ सोमरा हांसदा उर्फ पशुपति हांसदा उर्फ मोनगा, तुलसी महतो उर्फ सरोज उर्फ सूरज उर्फ अनूप महतो, संजय सिंह उर्फ संजय, फूलचंद्र महली, सुखलाल मुंडा, राखोहरी रु ईदास, काजल प्रमाणिक, वरु ण मंडल उर्फ सुरेश, राजेश कुमार सिन्हा उर्फ उदय जी, सहदेव मुंडा, राजेश गोप सोनिया मुमरू, शोभा मुंडा उर्फ खेपी (महिला), रवि धोड़ाई, अनिल उर्फ देवनाथ मंडल, सुखेंदु मुंडा उर्फ रंजीत उर्फ बबलू, महेश्वर महतो उर्फ मनोज महतो.