जमशेदपुर: टाटा स्टील के लिए आनेवाले 18 से 24 माह काफी चुनौतीपूर्ण होंगे. यह बातें कंपनी के चेयरमैन सायरस पालनजी मिस्त्री ने कही. श्री मिस्त्री ने कंपनी की सालाना रिपोर्ट में यह स्टेटमेंट शेयरधारकों के लिए जारी किया है. इसमें कहा गया है कि चूंकि, रॉ मैटेरियल की कीमतों में काफी ज्यादा उछाल आया है और बाजार में स्टील के डिमांड में भी कमी आयी है, इस कारण 18 से 24 माह काफी चुनौतीपूर्ण होंगे. हालांकि, उन्होंने आश्वस्त भी किया है कि बेहतर प्रबंधकीय क्षमता की बदौलत कंपनी यह चुनौती पार कर जायेगी.
उन्होंने कहा कि उन्हें विश्वास है कि कंपनी कोर ऑपरेशन, बेहतर निवेश की प्रक्रिया, प्रोडक्ट की तार्किक प्रस्तुति और उत्पादन की संपत्तियों की राइटसाइजिंग के जरिये हम इस चुनौती को पार कर जायेंगे. श्री मिस्त्री ने कहा है कि भारतीय अर्थव्यवस्था बीते 12 माह में काफी कमजोर हुई है. चीन जैसे देश भी इस तरह की मंदी से जूझ रहे हैं. ऐसे में कंपनी बेहतर प्रबंधकीय क्षमता विकसित करने के साथ ही बेहतर व्यवस्था खड़ी करने पर जोर दे रही है.
टाटा स्टील के मौजूदा हालात पर चर्चा करते हुए उन्होंने बताया है कि जमशेदपुर के प्लांट में तीन मिलियन टन के उत्पादन क्षमता का विस्तार हो चुका है और अब उनका फोकस ओड़िशा प्रोजेक्ट के छह मिलियन टन के प्लांट पर रहेगा. प्रथण चरण का काम जल्द पूरा हो जायेगा. मैनेजमेंट टीम इसके लिए लगातार कड़ी मेहनत कर रही है. उन्होंने टाटा स्टील के कर्मचारियों, यूनियनों, लेंडर्स, स्टेकहोल्डरों, शेयरधारकों से अपील की है कि वे कंपनी पर विश्वास रखें. कंपनी का पूरा साथ दें ताकि कंपनी को तेजी से आगे ले जाया जा सके और चुनौतियों को पार किया जा सके.