जमशेदपुर : जुस्काे स्वास्थ्य विभाग के काशीडीह डिपाे के कलस्टर 1-2 के 70 अस्थायी कर्मचारी बुधवार से हड़ताल पर चले गये है. कर्मचारियों ने पदाधिकारी एवं ठेकेदार पर शाेषण का आरोप लगाया है. हड़ताल के कारण भुइयांडीह, सीतारामडेरा, हयूम पाइप, एग्रिकाे, भालुबासा एरिया में सफाई का काम ठप हाे गया है. जगह-जगह कचरे का अंबार व घरों में सिवरेज का पानी जमा होने से लोग परेशान है.
हड़ताल का नेतृत्व झामुमाे जिला समिति के उपाध्यक्ष श्यामल रंजन सरकार कर रहे. हड़ताली कर्मचारियों ने जुस्काे डिपाे के सामने प्रदर्शन कर स्वास्थ्य विभाग के वरीय प्रबंधक काे ज्ञापन सौंपा और शाेषण आैर समस्याओं की जानकारी दी. मजदूर नेता श्यामल रंजन सरकार ने कहा कि माैलिक अधिकाराें की प्राप्ति के लिए मजदूर हड़ताल पर गये हैं. काशीडीह डिपाे से नियंत्रित हाेने वाले सीतारामडेरा डिपाे के पदाधिकारी एमके सिंह हर दिन मजदूराें काे मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहे. कर्मचारियों को राष्ट्रीय-मासिक अवकाश पर छुट्टी नहीं मिलती है. भुगतान की स्लिप नहीं दी जाती. विगत 10 साल से डाेर-टू-डाेर कचरा कलेक्शन का काम ठेला कर्मचारी करते थे.
अगर कर्मचारियों को हटाने का प्रयास किया गया तेा इसके परिणाम गंभीर हाेंगे. झामुमाे आंदाेलन की राह पर चलने काे बाध्य हाेगा. ज्ञापन साैंपने वालाें में मुख्य रूप से संजय मुखी, विशाल मुखी, जयंत चाैबे, धाेनु साेरेन, रुपाय मार्डी, उमेश मुखी, रुपेश मुखी आदि शामिल थे.