जमशेदपुर: फरजी तरीके से संचालन तथा अवैध कार्य होने की शिकायत मिलने पर राज्य महिला आयोग की टीम ने गुरुवार को पुराना कोर्ट परिसर स्थित महिला हेल्प लाइन कार्यालय में छापा मारा. कार्यालय बाहर से बंद पाया लेकिन अंदर की संदिग्ध गतिविधियों को देखते हुए आयोग की अध्यक्ष डॉ महुआ माजी पहले डीसी से मिलीं फिर समाज कल्याण विभाग के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का से बात कर जानकारी ली. हर तरफ से फरजी तरीके से महिला हेल्प लाइन का संचालन होने की पुष्टि होने के बाद उक्त कार्यालय को सील कर दिया गया.
गुरुवार की शाम पौने छह बजे महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ महुआ माजी, सदस्य किरण कुमारी, सदस्य शबनम परवीन ने डीएसपी जसिंता केरकेट्टा के साथ पुराना कोर्ट परिसर स्थित महिला हेल्प लाइन के कार्यालय में धावा बोला. कार्यालय के दरवाजा के बाहर ताला लॉक मिला. इसके बाद अध्यक्ष डॉ महुआ ने उपायुक्त डॉ अमिताभ कौशल से बात की और ताला तोड़ कर अंदर की जांच करने की बात कही. डीसी के आग्रह पर ताला नहीं तोड़ा गया, लेकिन टीम ने दरवाजे के अंदर से झांक कर अंदर की स्थिति को देखा. इसके बाद अध्यक्ष के नेतृत्व में टीम ने उपायुक्त से मुलाकात कर सरकारी भवन में कार्यालय चलाये जाने की जानकारी मांगी. साथ ही अध्यक्ष ने समाज कल्याण विभाग के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का से बात की. श्री एक्का ने उन्हें बताया कि तीन-चार वर्ष पूर्व विभाग की अनुमति से महिला हेल्प लाइन का संचालन हो रहा था, लेकिन पिछले कुछ वर्ष से संचालन नहीं किया जा रहा है और न ही संबंधित एनजीओ को किसी तरह का फंड उपलब्ध कराया जा रहा है. प्रधान सचिव से फरजी तरीके से महिला हेल्प लाइन का संचालन होने की पुष्टि होने के बाद उपायुक्त ने उसे तत्काल सील करने का भरोसा दिया. इसके बाद सिटी एसपी कार्तिक एस, डीएसपी जसिंता केरकेट्टा ने महिला हेल्प लाइन के कार्यालय को सील कर दिया.
फरजी तरीके से चल रहा था महिला हेल्पलाइन: डॉ महुआ
राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ महुआ माजी ने कहा कि जमशेदपुर का महिला हेल्प लाइन फरजी तरीके से चल रहा था. जिस समय आयोग की टीम हेल्पलाइन ऑफिस पहुंची दरवाजे पर ताला लगा हुआ था. दरवाजे की ऐसी हालत है जिससे अंदर से हाथ देकर बाहर से ताला लगाया जा सकता है. दरवाजे को धकेल कर अंदर देखने पर पाया कि टेबुल पर लेडीज पर्स रखा हुआ था और पंखा चल रहा था, जिससे लगता है कि कोई महिला तुरंत वहां से निकली है. उपायुक्त को इससे अवगत कराया गया जिसके बाद कार्यालय को सील कर दिया गया है. कार्यालय के और कई दरवाजे हैं जिससे रात में घुस कर कोई कागजात गायब न कर दे, इसके लिए वहां रात भर पेट्रोलिंग करने का भरोसा जिला प्रशासन ने दिया है. डॉ महुआ माजी ने बताया कि अवैध तरीके से चल रहे महिला हेल्प लाइन की आड़ में कई तरह के अवैध कार्य होने की शिकायत आयोग को मिली है.