बाेकाराे आैर रामगढ़ में आइटीसी क्लेम करनेवालाें की संख्या अधिक
जमशेदपुर : बिहार-झारखंड के प्रधान मुख्य आयकर आयुक्त केसी घुमरिया ने कहा कि नाेटबंदी के दाैरान अॉपरेशन क्लीन मनी (आेसीएम) चलाया गया था. इस दाैरान जमशेदपुर के 534 लाेगाें ने 10 लाख रुपये से अधिक की धनराशि एक बार में अपने खाते में जमा करायी थी. इनमें से 459 ने आयकर दाखिल कर पैसाें का हिसाब दिया है, जबकि 75 ऐसे व्यापारी हैं, जिन्हाेंने भेजे गये नाेटिस काे भी गंभीरता से नहीं लिया. उनके खिलाफ अब विभाग मुकदमा दायर करेगा.
इनमें 138 लाेग ऐसेे थे, जिन्हाेंने एक कराेड़ से अधिक की राशि जमा करायी थी. जमशेदपुर दाैरे के क्रम में सेंटर फॉर एक्सीलेंस में बुधवार काे आयाेजित संवाददाता सम्मेलन में केेसी घुमरिया ने कहा कि आयकर रिटर्न दाखिल करने की अंतिम तिथि 31 अगस्त है. जाे लाेग आयकर जमा नहीं करेंगे उनके खिलाफ सेक्शन 234 (एफ) के तहत कम से कम पांच हजार रुपये का जुर्माना तय किया जायेगा, जिसमें किसी तरह की छूट नहीं मिलेगी. असुरक्षित आैर शेल कंपनियाें से काफी लाेगाें ने फर्जी ढंग से लाेन लेकर अपनी बुक में दिखाया है. ऐसे व्यापारियाें काे 148 के तहत नाेटिस दिया गया है, लेकिन वे इसका विवरण उपलब्ध नहीं करा रहे हैं. उनके खिलाफ कार्रवाई का आदेश दिया गया है. ठेकेदार गलत तरीके से आइटीसी ले रहे हैं. जिनके खाते सही नहीं हाेंगे, उनसे आठ % आैर अन्य से पांच प्रतिशत टैक्स वसूला जायेगा. पिछले वित्तीय वर्ष में बिहार-झारखंड काे 5.02 लाख टैक्सपेयर का टारगेट दिया गया था, जिसके बदले उन्हाेंने 5.20 लाख टैक्सपेयर बनाये. इस वर्ष 14619 कराेड़ का टारगेट मिला है, इसके एवज में अभी तक 2945 कराेड़ का कलेक्शन पूरा किया जा चुका है.