जमशेदपुर. एमजीएम अस्पताल में मंगलवार को मुसाबनी के गोलाया मुर्मू को इलाज के लिए एमजीएम लाने के क्रम में उसकी मौत हो गयी. मौत की पुष्टि एमजीएम पहुंचने पर डॉक्टरों ने जांच के बाद की. इसके बाद परिजन 108 एंबुलेंस से शव को वापस घर ले जाना चाह रहे थे, लेकिन एंबुलेंस चालक शव को ले जाने के लिए तैयार नहीं था. इसको लेकर अस्पताल में जमकर हंगामा हुआ. वहीं मामले की जानकारी मिलने पर डीसी ने सिविल सर्जन को शव को पहुंचाने के लिए व्यवस्था करने का आदेश दिया, जिसके बाद सिविल सर्जन ने एमजीएम अस्पताल के एंबुलेंस से शव को मुसाबनी भेजवाया.
इस संबंध में मृतक का बेटा सुखलाल मुर्मू ने बताया कि दो दिनों से उसके पिता गोलाया मुर्मू की तबीयत खराब थी. उनको तेज बुखार के साथ सांस लेने में दिक्कत हो रही थी. सोमवार की रात में अचानक तबीयत ज्यादा खराब हो गयी. इसके बाद इलाज के लिए मुसाबनी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर गये, जहां उनकी स्थित ज्यादा खराब पर बेहतर इलाज के लिए 108 नंबर एंबुलेंस बुलाकर एमजीएम भेज दिया, जहां पहुंचने से पहले ही उसके पिता की मौत हो गयी.