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बैंक लो बैलेंस के नाम पर वसूल रहे फाइन, नियम का फंडा समझ नहीं पा रहे गरीब, पेंशन आया 600, कट गये 150 रुपये

जमशेदपुर. जिले में गरीब, वृद्ध, विकलांग पेंशनधारी और मनरेगा मजदूर इन दिनों एक अजीब सी मुश्किल का सामना कर रहे हैं. खाते में पेंशन या मजदूरी मद में जितनी राशि आती है उससे अधिक बैंक काट ले रहे है. यह कटाैती बैंकों के न्यूनतम बैलेंस के नये नियमों के कारण हो रही है. बचत खातों […]

जमशेदपुर. जिले में गरीब, वृद्ध, विकलांग पेंशनधारी और मनरेगा मजदूर इन दिनों एक अजीब सी मुश्किल का सामना कर रहे हैं. खाते में पेंशन या मजदूरी मद में जितनी राशि आती है उससे अधिक बैंक काट ले रहे है. यह कटाैती बैंकों के न्यूनतम बैलेंस के नये नियमों के कारण हो रही है. बचत खातों में एक हजार न्यूनतम बैलेंस न होने पर डेढ़ सौ से पांच सौ रुपये तक कटौती की जा रही है.

खाता धारकों की मुश्किल है कि उनकी पेंशन या मजदूरी ही इतनी कम है तो वह खाते में न्यूनतम बैलेंस कैसे रखें. यह खाते बैंकों ने जीरो बैलेंस पर खोले थे लेकिन अब बचत खाता होने के कारण बैंक का साफ्टवेयर स्वत: ही पेनाल्टी वसूल ले रहा है. जिले में लगभग 52 हजार 924 महिलाओं का पेंशनखाता है, जबकि पुरुषों का 31,617 ऐसे खाता है.

पूर्वी सिंहभूम जिले में 4.82 लाख मनरेगा मजदूर है. इसमें से 1.32 लाख मजदूर एक्टिव है और लगातार उनके खाते से ट्रांजैक्शन होता है. बैंकों ने न्यूनतम बैलेंस एक हजार रुपये रखना अनिवार्य कर दिया है ऐसे में रोज कमाने-खाने वाले मजदूर या पेंशनधारी के एकाउंट में पांच से छह सौ आते है, उसमें 150 रुपये काट लिये जा रहे है.

सिस्टम पर हमारा नियंत्रण नहीं
लो बैलेंस के नाम पर जो भी राशि कट रही है उस पर हमारा नियंत्रण नहीं है. यह खाता की प्रकृति के अनुसार सिस्टम ही अपडेट होता है. जनधन योजना के खाता से न्यूनतम बैलेंस का पैसा नहीं काटा जाना है.
आरके वर्मा, एजीएम, एसबीआइ, मुख्य शाखा
गलती से हो रहा होगा
गलती से पैसे कट रहे होंगे, लोग बैंक जाकर उसे ठीक करा सकते हैं. वैसे न्यूनतम बैलेंस का प्रावधान लागू किया गया है लेकिन यह सभी कैटेगरी पर नहीं है.
फालगुनी, लीड बैंक मैनेजर.
पीड़ितों का दर्द
555 रुपये मजदूरी आयी, 662 रुपये काट लिया : राधा
पटमदा के बोटा पंचायत निवासी कन्हैया कोल की पत्नी राधा को मनरेगा मजदूरी मद में 555 रुपये मिले. उनके खाता में पहले से 762.96 रुपये थे. मजदूरी मिलने के बाद कुल 1317.96 रुपये खाता में हो गयी. खाते में 1000 रुपये के ऊपर बैलेंस आते ही बैंक ने लो बैलेंस के नाम पर 655.99 रुपये काट लिये. अब राधा के खाते में मात्र 661.97 रुपए ही शेष हैं. यही हाल अन्य मनरेगा मजदूरों का भी है.
300 रुपये की पेंशन में 150 कट गये : सूरज बाइ
मानगो निवासी 75 वर्षीय सरजू
बाई का वृद्धावस्था पेंशन का पैसा अगस्त माह के पांच तारीख को आया तो उनके खाते से 150 रुपये कट गये. पेंशन निकालने गयी तो उन्हें पता चला कि खाते में 1000 से कम बैलेंस होने के कारण पैसे कटे. शिकायत पर कोई सुनवाई तक नहीं सकी.

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