जमशेदपुर : विश्व बैंक पोषित बागबेड़ा जलापूर्ति में पांच बड़ी बाधायें सामने आयी हैं, इन्हें दूर करने के बाद ही जलापूर्ति योजना आगे बढ़ सकेंगी. सूत्रों के मुताबिक बागबेड़ा जलापूर्ति के लिए सोनारी दोमुहानी अप स्ट्रीम से पाइप से वाटर ट्रीटमेंट प्लांट गिद्दी झोपड़ी तक मेन राइजर पाइप को लाने में सरायकेला- खरसावां के दस गांव की जमीन पड़ेगी. इन गांवों से पाइप गुजारने से पूर्व ग्रामसभा से अनुमति ली जानी है. इसमें तुतलडांगा, तिरुलडीह, मोहनपुर, शहरबेड़ा, सापड़ा, उत्तरडीह, देहूगांव, हथियाडीह, आनंदपुर गांव शामिल हैं. ऐसी अलग-अलग पांच बड़ी बाधायें शिलान्यास के दो साल बाद अब सामने आयी हैं,
इसे दूर करने में विभागीय पदाधिकारियों को कई तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है. चूंकि पूर्व में बागबेड़ा गिद्दीझोपड़ी में ग्रामसभा की आपत्ति के बाद जिला प्रशासन को काफी मशक्कत करनी पड़ी थी. रैफ की टुकड़ी तैनात कर वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का काम शुरू कराना पड़ा था. ऐसे में दस नये गांवों में ग्रामसभा करके प्रोजेक्ट की अनुमति लेने में मुश्किलें पेश आना तय है.