– अजय कुमार ठाकुर –
चौपारण : चौपारण प्रखंड में सांसद यशवंत सिन्हा की सांसद मद योजना में अनियमितता का मामला उजागर हुआ है. योजना में बिना कार्य पूर्ण किये अभियंता की मिली भगत से राशि निकाल ली गयी.
मामले का खुलासा लोकायुक्त के आदेश पर जांच के बाद हुआ. जांच अधिकारी बरही एसडीओ ने पाया कि योजना के लाभुक समिति अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह एवं सचिव मोहन भारती व जेई तिलकधारी यादव ने बिना कार्य पूर्ण किये सरकारी राशि निकासी कर ली.
डीसी के आदेश पर प्राथमिकी दर्ज : डीसी सुनील कुमार के आदेश पर बीडीओ धीरज प्रकाश के आवेदन पर कांड संख्या 202/13 भादवि की धारा 467, 468, 471, 406, 409/34 के तहत उक्त लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गयी.
कैसे हुआ मामला उजागर : तापपुर गांव में सांसद मद से मोहन भारती के घर से अजय रविदास के घर तक पीसीसी पथ का निर्माण होना था. अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संघ के राज्य निदेशक सिकंदर नवाज खान ने अभिकर्ता एवं जेई द्वारा अनियमितता बरते जाने की शिकायत लोकायुक्त से की थी.
श्री खान ने अपने शिकायत पत्र में कहा था कि उक्त पथ का निर्माण छह माह पूर्व मुख्यमंत्री विकास योजना से 200 फीट पीसीसी पथ का निर्माण किया जा चुका था. सड़क की वास्तविक लंबाई 430 फीट थी. जबकि अभियंता एवं लाभुक समिति की मिली भगत से 471 फीट का प्राक्कलन तैयार किया गया था. इसके लिए दो लाख रुपये की प्रशासनिक स्वीकृति दी गयी थी. श्री खान ने कहा है कि इस तरह की कई योजनाओं में बिना कार्य पूर्ण किये सरकारी राशि की निकासी की गयी. इसके लिए उन्होंने सूचना अधिकार के तहत 2009 से अब तक सांसद मद से संचालित योजना का ब्योरा बीडीओ से मांगा था.
कैसे मिली योजना की प्रशासनिक स्वीकृति : ताजपुर गांव में उक्त स्थल पर छह माह पूर्व विकास का काम हो चुका था, तो फिर सांसद यशवंत सिन्हा के मद की योजना का प्रशासनिक स्वीकृति कैसे मिला. योजना में एक लाख 95 हजार की निकासी हो चुकी है.
सांसद प्रतिनिधि ने कहा : सांसद प्रतिनिधि राजेश सहाय ने कहा है कि प्रशासन की लापरवाही का आलम है कि एक ही स्थल पर दोनों ही योजनाओं का प्रशासनिक स्वीकृति दी गयी. जबकि इसकी सूचना सांसद को दी गयी, तो उन्होंने पत्र लिखकर योजना स्थल बदल कर बबलू वर्णवाल के घर से रवि वर्णवाल के घर तक पीसीसी पथ निर्माण कराने का आदेश दिया था.