रांची : बंगाल की खाड़ी में उठे तूफान फैलिन ने झारखंड में भी कहर बरपाया. शनिवार शाम से शुरू हुई तेज बारिश और 40-50 किलोमीटर की रफ्तार से चलनेवाली हवा ने राज्य के कई इलाकों को तबाह कर दिया. कच्चा मकान गिरने से सिसई में एक बच्ची की मौत हो गयी. तेज बारिश में हजारीबाग के बरकट्ठा में एक मोटरसाइकिल सवार बह गया.
संताल परगना में करीब 600 घर ढह गये. सैकड़ों परिवार राहत कैंप में शरण लिये हुए हैं. राजधानी रांची सहित झारखंड के कई जिलों में 36 घंटे ब्लैक आउट की स्थिति रही. तेज बारिश और हवा में राज्यभर में हजारों बिजली के खंभे उखड़ गये.
33 केवीए और 11 केवीए लाइन में बिजली आपूर्ति बाधित रही. रांची, जमशेदपुर, चाईबासा, मेदिनीनगर, दुमका सहित कई इलाके में सैकड़ों ट्रांसफारमर जल गये. हजारीबाग में दो पावर ट्रांसफारमर जल गये.
तेज बारिश से झारखंड के लोगों का जन–जीवन लगभग 40 घंटे अस्त–व्यस्त रहा. राज्य भर में करीब 30 घंटे पेय जल आपूर्ति भी बाधित रही. दुर्गा पूजा के अवसर पर अष्टमी और नवमी को जिंदगी घरों में कैद रही. दशहरा का रौनक फीका रहा.
बोकारो में सबसे अधिक बारिश
फैलिन के कारण झारखंड के ऊपर दबाव (डिप्रेशन) और उच्च दबाव (डीप डिप्रेशन) बन गया था. इससे पूरे राज्य में करीब 40 घंटे तक रुक–रुक कर बारिश होती रही. हवा की गति कई जिलों में 50 किलोमीटर प्रति घंटे तक रही. पूरे राज्य में सबसे अधिक बारिश बोकारो जिले में रिकॉर्ड की गयी.
कृषि विभाग को प्राप्त आकड़े के अनुसार वहां तीन दिनों में 196 मिमी के आसपास बारिश हुई. ओड़िशा के सीमावर्ती जिलों में बारिश से ज्यादा हवा से लोग परेशान रहे. वहां हवा की गति काफी तेज थी.
बिजली बोर्ड को 20. 6 करोड़ की संपत्ति का नुकसान
बिजली बोर्ड को इस दौरान भारी क्षति हुई है. बताया गया कि दो दिनों तक बिजली न रहने से राजस्व को बड़ा नुकसान हुआ है. दो दिनों में बोर्ड का राजस्व करीब 15 करोड़ होता है. दो पावर ट्रांसफारमर जल गये हैं. एक पावर ट्रांसफारमर की कीमत 30 लाख से अधिक होती है. फैलिन के कारण बोर्ड को लगभग 20.6 करोड़ का नुकसान हुआ है.
यह आकलन सभी छह एरिया बोर्ड के जीएम से बातचीत के आधार पर किया गया है.
हालांकि सदस्य वितरण का कहना है कि नुकसान का आकलन अभी ठीक–ठीक नहीं हो पाया है. बोर्ड के तमाम अभियंता अभी बिजली व्यवस्था बनाने में लगे हुए हैं. नुकसान का आकलन एक से दो दिनों बाद ही हो सकता है.
– रांची में 511 कच्चे मकान, 400 पेड़ गिरे
रांची में 511 कच्चे मकान के गिरने की सूचना है. बिजली विभाग के आकलन के मुताबिक रांची में करीब 400 छोटे–बड़े पेड़ गिरे हैं. इसकी वजह से 150 पोल टूट गये. 100 सर्किट किमी तार क्षतिग्रस्त हो गये. छह ट्रांसफारमर जल गये. रविवार की सुबह आठ बजे से यह व्यवधान होना शुरू हुआ.
तेज बारिश से पूरे शहर की बिजली चली गयी. रविवार को शाम पांच बजे तक 50 फीसदी शहरी क्षेत्र में बिजली बहाल कर दी गयी थी. सोमवार की सुबह तक पूरे शहर में निर्बाध बिजली आपूर्ति आरंभ कर दी गयी.