झाविमो की बैठक में बाबूलाल ने कहा
हजारीबाग : झारखंड विकास मोरचा (प्र) लोकसभा चुनाव की तैयारी को लेकर सोमवार को हजारीबाग नगर भवन में कार्यकर्ता सम्मेलन किया. पूर्व मुख्यमंत्री सह पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि लोकसभा चुनाव में राष्ट्रीय और क्षेत्रीय दोनों मुद्दों को लेकर जनता के बीच जाऊंगा.
झारखंड राज्य का शोषण हुआ है. जिस अनुपात में केंद्र सरकार को झारखंड के विकास में मदद करनी चाहिए वह नहीं मिल पाया. रेलवे लाइन वहीं बिछायी गयी जहां खनिज संपदा थी. झाविमो की सरकार झारखंड में बनती है और 14 लोकसभा सीट से जीत कर जाती है तो सभी जिलों को रेल से जोड़ा जायेगा.
झारखंड में राजनीति सिर्फ पैसा कमाने के लिए हो रहा है. यही कारण है कि राज्यसभा चुनाव में विधायकों का वोट बिकता है. झारखंड में मुख्यमंत्री की कुरसी के लिए केंद्र के नेताओं के दरवाजे पर नाक रगड़ी जाती है. उन्होंने कहा कि भूमि अधिग्रहण कानून से झारखंड को कोई लाभ नहीं होगा.
हमने इसका विरोध भी किया. हमने केंद्र सरकार से मांग की कि किसानों को जमीन के बदले जमीन मिले. खनिज संपदा में उसकी भागीदारी हो. हिंदुस्तान की राजनीति में गरीबों की कोई चिंता नहीं है. जिस मॉडल को लेकर देश आगे बढ़ रहा है उससे लोग बरबाद होंगे.
श्री मरांडी ने कहा कि झारखंड राज्य खनिज संपदा के नाम से जाना जाता है. लेकिन इस संपदा से जुड़े उद्योगों का टैक्स झारखंड को नहीं मिलता. बड़ी–बड़ी कंपनियां झारखंड की खनिज का दोहन करती है. लेकिन इसका मुख्यालय राज्य में नहीं बनाते. झारखंड के पिछले राज्य सरकार व केंद्र सरकार ने जनता के साथ धोखा किया है. पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा व कांग्रेस पार्टी में कोई अंतर नहीं है. कांग्रेस भ्रष्टाचार को लेकर तरह–तरह का कीर्तिमान बना रही है.
रुपये का मूल्य गिर रहा है. कांग्रेस को बताना चाहिए कि इसके जिम्मेदार कौन हैं. जिस दिन यूपीए व एनडीए दोनों केंद्र की सत्ता से दूर रहेंगे उसी दिन देश की तरक्की शुरू हो जायेगी. उन्होंने कहा कि कार्यकर्ता घर–घर जाकर पार्टी के सिद्धांत और उसके कार्यक्रम लोगों को बताये. 14 लोकसभा सीट पर झारखंड विकास मोरचा को क्यों विजय बनाना है इसे भी बताये.
कार्यकर्ताओं को जिम्मेवारी दी गयी है उसे पूरा करें. सफलता अवश्य मिलेगी. समाज की रचना को देख कर गांव में बूथ कमेटी गठित करें. बूथ कमेटी में प्रभावशाली लोगों को जोंड़े. गांव में सभा कर बूथ कमेटी का चयन किया जाये. 25 सदस्यीय कमेटी में पांच महिलाओं को जोड़े.
झाविमो नेताओं ने कहा : केंद्रीय उपाध्यक्ष डॉ सबा अहमद ने कहा कि बूथ कमेटी के मदद के बिना चुनाव नहीं जीता जा सकता. कामयाबी तभी मिलेगी जब मजबूत इरादों के साथ हम चुनाव लड़ेंगे. हमारी पार्टी में बूथ प्रभारी व सदस्य ही सब कुछ होंगे. वे सीधे नेता से मिल सकते हैं.
झारखंड की सरकार आउट सोर्सिग के माध्यम से चलायी जा रही है. महासचिव प्रदीप यादव ने कहा कि झाविमो के पास कार्यकर्ताओं की बड़ी फौज है. बाबूलाल मरांडी जैसा साफ–सुथरा नेतृत्व है.
पार्टी का कार्यक्रम और नीति लोगों तक पहुंचाने की जरूरत है. केंद्रीय कोषाध्यक्ष ब्रजकिशोर जायसवाल ने कहा कि लोकसभा चुनाव के पहले ही प्रत्याशी की घोषणा होनी चाहिए. बूथ कमेटी सशक्त व समर्पित बने इसके लिए कार्यकर्ता जुट जाये. उपाध्यक्ष प्रो केपी शर्मा ने कहा कि राज्य को विशेष दरजा व अन्य मुद्दों को लेकर चार–चार रथ पूरे झारखंड में घूमे.
राज्य में धन शक्ति के मालिकों की वजह से भ्रष्टाचार फैला है. गौतम सागर राणा ने कहा कि 2000 बूथों में 25 सदस्यीय बूथ कमेटी बनायी जाये. एक सदस्य चार वोट दिलाये तो हमारी जीत तय है. तीन अक्तूबर से कार्यकर्ता लोकसभा चुनाव के लिए लग जायें. लोकसभा प्रभारी योगेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि बूथ कमेटी में सभी जाति, धर्म व वर्ग के लोगों को शामिल किया जाये. केंद्र में तीसरे मोरचे की सरकार बनेगी.
लोकसभा सह प्रभारी शिवलाल महतो ने कहा कि संगठन को मजबूत करने के लिए कार्यकर्ताओं को एकजुट होकर और मेहनत करनी होगी. इस तैयारी से लोकसभा चुनाव का जंग नहीं जीता जा सकता है.
चंद्रनाथ भाई पटेल ने कहा कि सरकार की विफलता को जनता तक ले जाना चाहिए. बालेश्वर कुशवाहा ने कहा कि पार्टी में अनुशासन जरूरी है. खेल प्रकोष्ठ के संजय सिंह ने कहा कि जन समस्याओं को पहचान कर आंदोलन होना चाहिए. मुन्ना मल्लिक ने कहा कि पार्टी में आपसी विवाद खत्म होना चाहिए. मनीष जायसवाल ने कहा कि संगठन को मजबूत बनाये. चुनाव के समय कार्यकर्ताओं को तत्पर रहना होगा.
कार्यकर्ताओं ने दिये सुझाव : कार्यकर्ता सम्मेलन में 46 कार्यकर्ताओं ने अपने–अपने सुझाव दिये. वोटरों का प्रपत्र बने, जिसमें समस्या व संपर्क नंबर हो. प्रत्याशियों की घोषणा जल्द हो.
युवा वोटरों को ध्यान में रख कर कार्यक्रम बनाया जाये. बूथ कमेटी सदस्य के लिए प्रशिक्षण की व्यवस्था हो. प्रत्येक पंचायत में कार्यक्रम तय किया जाये. बूथ कमेटी की बैठक माह में दो बार हो. चुनाव चिह्न् कंघी छाप घर–घर तक पहुंचाया जाये.
बूथ कमेटी में महिलाओं की भागीदारी ज्यादा हो. प्रत्येक कार्यकर्ता घर पर झंडा लगाये. अन्य मोरचा का पुनर्गठन जल्द हो. सभी पंचायतों और प्रखंडों में पार्टी कार्यालय खोला जाये. सांस्कृतिक प्रकोष्ठ का गठन किया जाये. भीतरघात से पार्टी को बचना होगा.
उपस्थित नेता : जानकी यादव, कृष्णदास पांडेय, हरिप्रसाद, राजेश गुप्ता, सुरेश महतो, शंकर सिंह, सच्चिदानंद पांडेय, विक्रांत राव, गायत्री राणा, भोला महतो, मनोज महतो, राजू श्रीवास्तव, दुर्गाचरण प्रसाद, किशोर महतो, इंदुशेखर सिंह, सुनील मेहता, विशाल बाल्मिकी, मुख्तार अहमद, अनिल राणा, श्यामा देवी, मंजू, पार्वती, बबलू वर्मा, कौलेश्वर महतो, राजेंद्र प्रसाद, अनुज, मनोज ठाकुर, संतोष, अनिल शुक्ला, मुनेश राम, सुकुल, संजय रजक, अरुण, वीरेंद्र राणा, विजय सिन्हा, मोख्तार अंसारी, भैरव कुशवाहा, संजय कुशवाहा, श्यामसुंदर, विद्युत पांडेय, लक्ष्मी देवी, अशोक गुप्ता, उत्तम मेहता, इब्राहीम, महादेव, दिनेश महतो, रतिलाल मरांडी, प्रदीप महतो, योगेंद्र साव, बिरजू सोरेन सहित काफी संख्या में नेता व कार्यकर्ता उपस्थित थे. सम्मेलन के दौरान कई लोगों ने झाविमो की सदस्यता ग्रहण की.