हजारीबाग : सावन व भादो के मौसम में वज्रपात से अधिक मौत होती है. जिले में पिछले दिनों वज्रपात से दो मौत हुई है. कटकमसांडी प्रखंड के सारूगारू गांव में 19 अगस्त को गुड़िया कुमारी की मौत हो गयी.
कटकमदाग प्रखंड के कुसुंभा गांव में भी एक महिला की मौत वज्रपात से हुई थी. दोनों महिलाएं खेत में काम कर रही थी.
भवनों में तड़ित चालक नहीं
जिले के अधिकांश सरकारी स्कूल व कार्यालयों में तड़ित चालक नहीं लगे हैं. 1585 प्राथमिक व मिडिल स्कूल में से 1300 से अधिक स्कूलों में तड़ित चालक नहीं है. जिन स्कूलों में तड़ित चालक लगे थे, वह भी चोरी हो गयी. 36 हजार रुपये की लागत से जिले के स्कूलों में तड़ित चालक लगने है, लेकिन नहीं लगे.
इसी तरह नगर पर्षद से नक्शा पास करने में तड़ित चालक लगाने शर्त को प्राथमिकता से लागू नहीं किया जा रहा है. शहर के आलिशान भवन, मार्केट कंप्लेक्स में भी तड़ित चालक लगा हुआ दिखाई नहीं देता है.
बचने के उपाय व सावधानियां
बिजली की चमक देख कर व गड़गड़ाहट की आवाज सुन कर पेड़ों के नीचे नहीं जायें. जंगल में हैं तो बौने व घने पेड़ों की शरण में जायें. खेत में काम कर रहे हैं तो आसपास के सूखे स्थल पर चले जाये. धातु से बने कृषि यंत्र को अपने से दूर रखें. मकान की घेराबंदी तारों से नहीं करें. टेलीफोन, बिजली के पोल, टेलीविजन व टावर से दूर रहें. मोबाइल व बिजली से चलनेवाले यंत्रों को बंद कर दें. घरों में तड़ित चालक लगायें.