हजारीबाग : नगर परिषद कर्मियों की बेमियादी हड़ताल दूसरे दिन भी जारी है. नगर परिषद के 400 स्थायी, अस्थायी कर्मचारियों ने 10 माह से वेतन नहीं मिलने को लेकर 23 जुलाई से अनिश्चित कालीन हड़ताल पर चले गये हैं.
कार्यालय में दो दिनों से कामकाज पूरी तरह ठप है. शहर की साफ-सफाई भी नहीं हो रही है. इससे शहर के करीब डेढ़ लाख आबादी परेशान हैं. हड़ताल से शहर के सभी मार्ग चौक-चौराहें, सभी वार्ड के मुहल्ले और डेली मार्केट समेत कई जगहों पर कूड़ा का ढेर लगा हुआ है. इस रास्ते से गुजरनेवाले राहगीर परेशान हैं. डेली मार्केट में कूड़े के ढेर पर ही बैठ कर किसान सब्जी बेचने को विवश हैं.
नियमित भुगतान नहीं होने से होती है हड़ताल : नगर परिषद में कार्यरत 280 स्थायी व 170 अस्थायी कर्मचारी कार्यरत हैं. इन कर्मचारियों का मासिक वेतन समय पर भुगतान नहीं होता है और न ही यहां के बोर्ड व पदाधिकारी समय पर भुगतान कराने की पहल करते हैं. जानकारी के अनुसार नगर परिषद में वेतन, पेंशन पर करीब 40 लाख रुपये खर्च होता है. जबकि होल्डिंग समेत अन्य टैक्सों से कम वसूली की जाती है.
शहर में कूड़ों का ढेर : हजारीबाग शहर समेत सभी वाडरें से प्रतिदिन करीब 20 टन कचरा निकलता है. इसके लिए नगर परिषद की ओर से 20 वाहन सफाई कार्य के लिए लगाये जाते हैं. दो दिनों से कचरा साफ नहीं होने से शहर में करीब 40 टन कूड़ा जमा है.
आंदोलन जारी रहेगा : झारखंड लोकल बॉडिज इंप्लाइज फेडरेशन हजारीबाग संघ के सचिव चुम्मू राम ने बताया कि झारखंड राज्य संघ के अध्यक्ष अशोक कुमार सिंह हमलोगों के साथ कार्यालय में वार्ता किये. आंदोलन जारी रखने को भी कहा है. चुम्मू ने बताया कि हड़ताल समाप्त करने और बकाया वेतन भुगतान के लिए कार्यालय व बोर्ड की ओर से कोई पहल नहीं किया गया है.
25 को बोर्ड की बैठक : नगर परिषद उपाध्यक्ष आनंद देव ने कहा कि शहर में नगर परिषद द्वारा निर्मित कई दुकानें है. जिसकी नीलामी करा कर और मेन रोड स्थित नगर परिषद की दुकानों से बकाया किराया तत्काल वसूल कर कर्मियों के बीच भुगतान किया जायेगा. हड़ताल समाप्त करने व भुगतान की पहल को लेकर 25 जुलाई को बोर्ड के सदस्यों की एक बैठक बुलायी गयी है.