उक्त राशि माह के अंत में निगरानी कमेटी के सदस्य योधेश्वर सिंह भोगता व उनके पुत्र को दी जाती थी. जरूरी काम बता कर सीसीएल के अधिकारी मुकेश सिंह व निगरानी कमेटी के लोगों ने वर्ष 2016 में दो लाख 55 हजार रुपये अग्रिम ले लिया था.
उनलोगों ने कहा था कि अगले माह उक्त राशि का हिसाब कर दिया जायेगा. जब प्रबंधन व निगरानी कमेटी से अग्रिम राशि की मांग की गयी, तो राशि देने का आश्वासन दिया गया. यह राशि नहीं मिली. यह राशि सेल संचालन समिति के मुंशी, कोयला लोड करनेवाले मजदूर आैर कुछ बुकिंग की गयी गाड़ियों की थी. राशि को लेकर सेल संचालन समिति ने कई बार परियोजना में आंदोलन किया, लेकिन केवल आश्वासन दिया गया. मांग पत्र में कहा गया है कि अग्रिम राशि नहीं मिलने पर आंदोलन किया जायेगा.