वन प्रमंडल पदाधिकारी राजीव रंजन ने कहा कि विषपान करने वाले भगवान नीलकंठ का महीना है. भगवान शिव ने समुद्र मंथन में निकला विष को ग्रहण कर तीनों लोक को बचाये थे. उन्हीं के मार्ग पर पेड़-पौधे चलकर मानव जीवन को बचाने का कार्य कर रहा है.
बीडीओ जफर हसनात ने कहा कि 1500 ई पूर्व निकली मूर्ति की गोद में पेड़ का चित्र मिलना सिद्ध करता है कि हम सबों का पूर्वज भी पर्यावरण को बचाने के लिए पेड़ को लगाने और उससे मोहब्बत किया करते थे. प्रमुख नीलम कुमारी, जिप सदस्य रामस्वरूप पासवान, मुखिया संघ अध्यक्ष राजदेव यादव, बिनोद कुमार सिंह, लोकगीत गायक जन्मेजय सिंह, भुनेश्वर यादव उर्फ पहलवान जी, सत्यानंद केशरी, बिराज रविदास सहित कई वक्ताओं ने पेड़-पौधे की महत्ता को बताते हुए पेड़ काटने, पत्थर तस्करी पर रोक लगाने की मांग की.