प्रतिनिधि, गुमला
उर्सुलाइन कॉन्वेंट बालिका हाई स्कूल गुमला की दसवीं कक्षा की छात्रा अनुप्रिया खलखो तीन महीने से रहस्यमय ढंग से गायब है. छात्रा की बूढ़ी मां जब थाने में प्राथिमकी दर्ज कराने गयी तो पुलिस ने उसे भगा दिया. इस मामले में प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश अवनी रंजन कुमार सिन्हा ने एसपी चंदन कुमार झा को प्राथमिकी दर्ज कर आगे की कार्रवाई करने का निर्देश दिया है.
छात्रा की वृद्ध मां को चैनपुर थाना व गुमला के अहतू थाना की पुलिस आठ दिन से दौड़ा रही है. लेकिन छात्रा के गायब होने की प्राथमिकी पुलिस द्वारा दर्ज नहीं की जा रही है. इसकी जानकारी सीडब्ल्यूसी के चेयरमैन शंभु सिंह ने जिला जज को दी. साथ में एसपी चंदन कुमार झा भी थे. जिला जज ने मामले को गंभीरता से लेते हुए एसपी को एफआईआर करने के लिए कहा है.
एसपी ने कहा कि इसमें एफआईआर होगा. यहां बता दें कि अनुप्रिया बीते तीन माह से रहस्यमय ढंग से गायब है. आशंका व्यक्त की जा रही है कि मानव तस्कर उसका अपहरण कर दिल्ली में ले जाकर बेच दिये हैं. बीते 11 अप्रैल को लड़की की मां मेरी खलखो ने गुमला पहुंचकर सीडब्ल्यूसी को लिखित आवेदन सौंपकर अपनी बेटी के गायब होने की शिकायत की थी.
उस समय ‘प्रभात खबर’ ने समाचार को प्रमुखता के साथ प्रकाशित किया था. शंभु सिंह ने बताया कि लड़की की मां की शिकायत के अनुसार छह जनवरी 2017 से अनुप्रिया गायब है. उसे दिल्ली ले जाकर बेच दिया गया है. उसकी मां ने सीडब्ल्यूसी से अपनी बेटी को खोज कर लाने की गुहार लगायी है.
अनुप्रिया चैनपुर प्रखंड के नातापोल टोंगो स्थित अपने आवास से रिश्तेदार के यहां बकराकोना गांव मेहमानी गयी थी. कुछ दिन बकराकोना गांव में रहने के बाद वह छह जनवरी को घर वापस आने के लिए रिश्तेदार अनुरंजन के साथ बस पड़ाव पहुंची. अनुरंजन उसे बस में चढ़ाने के बाद वापस अपने गांव बकराकोना लौट गया.
इधर, परिवार के लोग अनुप्रिया के घर लौटने का इंतजार करते रहे. लेकिन वह घर नहीं लौटी. अनुप्रिया के घर नहीं लौटने के बाद खोजबीन किया गया. स्कूल के हॉस्टल में भी जाकर पूछा. परंतु अनुप्रिया का कहीं सुराग नहीं मिलने के बाद उसकी मां मेरी खलखो ने सीडब्ल्यूसी कार्यालय पहुंचकर शिकायत की है.