बसिया (गुमला) : स्थानीय नीति व सीएनटी-एसपीटी एक्ट एवं स्थानीय नीति में संशोधन के विरोध में प्रखंड कांग्रेस कमेटी द्वारा बसिया अनुमंडल परिसर में महाधरना दिया गया.
मुख्य अतिथि कांग्रेस के प्रदेश महासचिव आलोक कुमार ने कहा कि भाजपा सरकार द्वारा सीएनटी, एसपीटी एक्ट में संशोधन करने का जो निर्णय लिया गया है, उससे यहां के आदिवासियों के अस्तित्व व संस्कृति को नष्ट करने की साजिश है. आदिवासियों की जमीन छीन कर पूंजीपतियों को देने की साजिश है. इसे हम किसी भी कीमत पर बरदाश्त नहीं करेंगे.
स्थानीय नीति भी यहां के आदिवासियों, मूलवासियों के अधिकार का हनन है. पूर्व मंत्री शिक्षा मंत्री गीताश्री उरांव ने कहा कि पूर्वजों ने हमारी जल,जंगल व जमीन को संजो कर कर इसलिए रखा कि पल भर में उद्योगपतियों के हाथों में गिरवी रख कर हम अपने घरों से बेघर नहीं हो जायें. झारखंड के आदिवासी और मूलवासी के अधिकारों की रक्षा सिर्फ कांग्रेस पार्टी ही कर सकती है. जिला अध्यक्ष शिवकुमार भगत टुनटुन ने कहा कि एक साजिश के तहत झारखंड राज्य से आदिवासियों को खत्म करने का प्रयास किया जा रहा है.
बाहरी लोग झारखंड से करोड़ों रुपये कमा कर दूसरे राज्य ले जा रहे हैं. हमारे राज्य के लोगों की ओर सरकार का ध्यान नहीं हैं. बेंजामिन लकड़ा ने कहा कि भाजपा की सरकार जनता को धोखा दे रही है.
मौके पर जिलाध्यक्ष शिवकुमार भगत, चैतु उरांव, सन्नी सिंह, गोकुल चंद्र होता, अकील रहमान आदि ने भी अपने विचार प्रकट किये. धरना समाप्ति के बाद जिले की विभिन्न समस्याओं को लेकर राज्यपाल के नाम एसडीओ को 17 सूत्री मांग पत्र सौंपा गया. मौके पर रोशन बारवा, अभय चौधरी, जगदेव नायक, कमलेश नायक, मानिकचंद्र साहू, रश्मि एक्का, मुमतजीर खान, अजीत गुडिया, राजू साहू सहित बसिया, कामडारा, पालकोट के ग्रामीण व कार्यकर्ता मौजूद थे.