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बासी भात देती थी मालकिन
तीन साल बाद दिल्ली से ममता मुक्त हुई. घर लौटी, बोली खाने में गुमला : पालकोट प्रखंड की ममता कुमारी(बदला हुअा नाम) तीन साल तक दिल्ली में प्रताड़ित हुई है. जिस घर में वह काम करती थी. वहां उसे घर मालकिन पिटायी करती थी. खाने को जूठा व बासी भात दिया जाता था. तीन से […]
तीन साल बाद दिल्ली से ममता मुक्त हुई. घर लौटी, बोली खाने में
गुमला : पालकोट प्रखंड की ममता कुमारी(बदला हुअा नाम) तीन साल तक दिल्ली में प्रताड़ित हुई है. जिस घर में वह काम करती थी. वहां उसे घर मालकिन पिटायी करती थी. खाने को जूठा व बासी भात दिया जाता था. तीन से चार दिन की सूखी रोटी सुबह के नास्ते में खाने को मिलता था.
दिल्ली में हुई घटनाओं को याद कर ममता सिहर जाती है. शनिवार को उसके चेहरे पर खुशी थी. खुशी दिल्ली से मुक्त होने व अपने परिवार से मिलने की थी.
तीन साल पहले रेंगोला गांव के मानव तस्कर सुरेश उर्फ लोहरा ने ममता को दिल्ली में ले जाकर बेच दिया था. उसने बताया कि सुरेश उसे घुमाने के बहाने ले गया. इसके बाद दिल्ली में सुखदेव बिहार की डॉ नीता मिश्र के यहां 18 हजार रुपये में बेच दिया. ममता ने कहा कि मेरे सामने सुरेश ने नीता से रुपये लिये थे. इसके बाद सुरेश यह कह कर वहां से चला आया कि एक महीने बाद तुम्हे वापस ले जायेंगे. लेकिन सुरेश नहीं आया. परिजनों ने इस संबंध में थाने में केस किया. इसके बाद पुलिस ने आरोपी सुरेश को गिरफ्तार कर नवंबर माह में ही जेल भेज दिया है.
घर में रह कर पढ़ाई करूंगी : ममता
ममता ने कहा : अब वह दिल्ली नहीं जायेगी. वहां काम करने के बाद भी पिटायी मिलती है. घर में ही रह कर पढ़ाई करेगी. वह स्कूल में पढ़ने की इच्छा प्रकट की है. ममता के पिता ने कहा : वह अब अपनी बेटी को घर में ही रख कर पढ़ायेंगे. बहकावे में आकर वह चली गयी थी.
कस्तूरबा में नामांकन होगा : धनंजय
सीडब्ल्यूसी सदस्य धनंजय मिश्र ने कहा कि तीन साल तक ममता दिल्ली में प्रताड़ित हुई है. दलाल को जेल भेज दिया गया है. ममता पढ़ना चाहती है. उसका नामांकन कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय स्कूल में कराया जायेगा. जिससे वे पढ़-लिख सके. वहीं जितने दिन ममता ने दिल्ली में काम की है. उसका मजदूरी भुगतान का प्रयास किया जा रहा है.
सीडब्ल्यूसी ने मुक्त कराया
गुमला सीडब्ल्यूसी को सूचना मिली कि दिल्ली में ममता व अन्य लड़कियों को प्रताड़ित किया जा रहा है. गुमला से सदस्य धनंजय मिश्र, अलख नारायण सिंह व पालकोट थाना के एसआइ बिगु राम दिल्ली गये. इसके बाद नवंबर माह के अंतिम सप्ताह में ममता को मुक्त कराया गया था.
वहीं पास मानव तस्कर सुरेश को पकड़ा गया था. जिसे दिल्ली से गुमला लाकर जेल भेजा गया. वहीं ममता को मुक्त कराने के बाद उसे ग्लोबल फैमिली में एक महीने तक रखा गया. जहां से आवश्यक कार्रवाई के बाद ममता को शनिवार को उसके परिजनों को सौंप दिया गया.
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