– सुनील भारती –
– किसानों को केसीसी ऋण चुकता करने की चिंता
बिशुनपुर (गुमला) : बिशुनपुर प्रखंड के दर्जनों ग्राम के किसान समय पर धान की बालियां नहीं फूटने पर काफी चिंता में हैं. बिशुनपुर प्रखंड रेहलदाग, जोरी, बड़कादोहर, बोरहा, बनालात, पतिया सहित दर्जनों गांव के किसानों के खेतों पर लगी फसल की धान की बालियां नहीं फूटने की समस्या से ग्रसित है.
किसान समय पर बीज की खरीदारी कर उचित मात्र में खाद देकर धान की रोपनी तो की थी. परंतु जब धान की फसल में बालियां आयी और बालियां नहीं फूटने लगी तो किसान चिंतित हो उठे. सभी किसान धान के बीज की खरीदारी बनारी लैंपस से की थी. फसलों में बालियों के आने के बाद बालियों के नहीं फूटने के कारण किसान रोने को विवश हैं.
सभी किसान बैंकों से केसीसी ऋण लेकर खाद व बीज का क्रय किया था. फसल नहीं होने से ऋण की बोझ में दबने की चिंता भी किसानों का जीना मुहाल कर दिया है. साथ ही साथ वर्ष भर परिवार के परवरिश करने की चिंता से भी परेशान हैं.
इस संबंध में किसान वृजमोहन यादव, रामलखन गोप, प्रहलाद यादव, छोटन उरांव, अशोक भारती, रामलाल खेरवार, अजरुन उरांव, लोकेश उरांव, सुक्ता खेरवार सहित कुल 125 किसानों ने कहा कि फसल की बालियां नहीं फूटने पर भूखमरी की समस्या उत्पन्न हो गयी है.
साथ ही परिवार का भरण पोषण कैसे किया जायेगा इसकी भी चिंता हो रही है. बैंको से लिये गये केसीसी ऋण कैसे चुकता किया जायेगा. किसानों ने बताया कि प्रखंड के वैसे किसान जो दुकानों से खाद व बीज का क्रय किया था उनकी धान की बालियां फूटने लगी है और हमारे धानों की बालियां नहीं फूट रही है.