दुर्जय पासवान, गुमला
लोकतंत्र में महिला वोटर सबसे आगे रहीं. वोट डालने में महिलाओं की तुलना में पुरुष वोटर 1.39 प्रतिशत पीछे रह गये. यह स्थिति सिसई विधानसभा क्षेत्र की है. इस विधानसभा में महिलाओं ने लोकतंत्र के पर्व में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया. बूथों पर पहुंचकर मतदान किया. यहां तक कि कई ऐसे बूथ हैं, जहां सिर्फ महिला वोटरों की ही कतार देखी गयी. सिसई विधानसभा क्षेत्र में दो लाख 33 हजार 885 वोटर थे. जिसमें इसबार एक लाख 61 हजार 664 वोटरों ने वोट दिया है.
इसमें सबसे अधिक 81 हजार 103 महिला वोटरों ने वोट दिया है. जबकि पुरुष वोटरों का 80 हजार 561 वोट पड़ा है. इस हिसाब से देखें तो सिसई विधानसभा क्षेत्र में 69.82 प्रतिशत महिला वोट पड़ा है. जबकि 68.43 प्रतिशत पुरुषों का वोट पड़ा है. सिसई विधानसभा में जिस प्रकार महिलाओं में उत्साह था.
महिलाओं के कारण ही सिसई विधानसभा क्षेत्र में बंपर वोटिंग हुई है. यहां कुल वोटिंग 69.12 प्रतिशत हुई है. ऐसे सोमवार को बघनी के बूथ नंबर 36 पर मतदान के बाद सिसई विस का प्रतिशत बढ़ा है. पूर्व में यहां का प्रतिशत 68.83 प्रतिशत था. परंतु बघनी में 29 प्रतिशत वोट की बढ़ोतरी के बाद सिसई विस का कुल मतदान बढ़ गया है.
अगर सिसई विधानसभा के कुछ बूथों पर गौर करें तो वहां महिला वोटरों ने बंपर वोटिंग की है. जिसमें मोरेंग गांव, बरगांव, सिसई मुख्यालय, बासटोली, बरटोली, रोशनपुर, छारदा, लठदाग, लावागाई, हेसागुटू, दारी, लरंगो, बर्री, बोंडो, भूरसो, घुनसेरा, फरसामा, सूरजपुर गांव के बूथों में पुरुषों की तुलना में महिला वोटरों ने अधिक वोट डाला है.
सबसे अच्छी वोटिंग फरसामा गांव में हुई है. फरसामा पुलवामा में शहीद के विजय सोरेंग का पैतृक गांव है. फरसामा स्कूल में बूथ बनाया गया था. जहां 161 पुरुष वोटरों ने वोट दिया. जबकि महिलाओं ने पुराने रिकार्ड को तोड़ते हुए 297 महिला वोटरों ने वोट डाला है.
ऐसे जाने वोट
सिसई विधानसभा में पुरुष वोटर एक लाख 17 हजार 726 है. जिसमें इस बार 80 हजार 561 वोट पड़े हैं. वहीं, महिला वोटर एक लाख 16 हजार 158 है. जिसमें 81 हजार 103 वोट पड़ा है.