चैनपुर(गुमला) : चैनपुर प्रखंड के कुंदई पुल के नीचे अमर बस के गिरने के बाद सभी घायल चालक को कोस रहे हैं. घायलों का कहना है कि अगर बस की रफ्तार कम होती तो इतना बड़ा हादसा नहीं होता. चालक की लापरवाही से दो लोगों की जान चली गयी. 50 लोग घायल हैं. कई लोग गंभीर है. घायलों ने यह भी कहा कि अगर डुमरी में ही बस की पत्ती टूट गयी थी, तो वहीं बना लेना था. तेज गति से गुमला ले जाने के चक्कर में ऐसा हादसा तो नहीं होता. अमर बस डुमरी से सुबह आठ बजे रांची जाने के लिए चली थी. 8.45 बजे कुंदई नदी में जा गिरी. बस के गिरने के साथ ही बचाओ-बचाओ की आवाज सुन कर लोग जमा हो गये.
जिन्हें हल्की चोट लगी थी. वे लोग किसी प्रकार बस से निकल कर नदी से होते हुए सुरक्षित स्थान पर पहुंचे. बस के अंदर ही फंस गये थे, उन्हें स्थानीय लोगों के सहयोग से सुरक्षित निकाला गया. लोगों का कहना था कि अगर नदी में जलस्तर अधिक होता, तो यहां भीषण हादसा हो सकता था.
कई छात्र परीक्षा नहीं लिख सके : पड़हा गांव के अजय, फैजान व विजेंद्र ने बताया कि वे लोग इंटर प्रथम वर्ष की परीक्षा लिखने गुमला आ रहे थे. लेकिन हादसा हो गया. परीक्षा भी नहीं लिख सके. घायलों ने विधायक कमलेश उरांव से कहा कि सर हमारा सहयोग करें. हादसे में एक दर्जन स्कूल व कॉलेज के बच्चे भी घायल हुए हैं.
पुल पर गार्डवाल नहीं : कुंदई पुल पर गार्डवाल नहीं है. गार्डवाल होता तो संभवत: हादसा टल सकता था. विभाग ग्रामीण क्षेत्र के नदी पर गार्डवाल बनवाना मुनासिब नहीं समझा है.