जशपुर व गुमला में सक्रिय थे अपराधी
गुमला : गुमला पुलिस ने सोमवार की सुबह रांची के बरियातू से दो कुख्यात अपराधियों को पकड़ा है. इनमें इस्तियाक खान उर्फ नागेश्वर उर्फ प्रदीप पासवान व मुस्ताक खान उर्फ लंगड़ा है. ये दोनों सगे भाई हैं और जन मुक्ति मोरचा नामक आपराधिक संगठन चलाते हैं. इनके पास से 67 हजार रुपये नकद व छह मोबाइल मिला है. इस्तियाक संगठन का सरगना है. इन लोगों पर गुमला व जशपुर जिला में 20 से अधिक मामले दर्ज हैं.
इन जिलों में इनका आतंक था. ठेकेदार, व्यापारियों के अलावा ब्लॉक व अंचल के सरकारी कर्मचारी व अधिकारी इनके नाम से दहशत खाते थे. पुलिस को इनकी तलाश थी. एसपी भीमसेन टुटी ने प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि दोनों अपराधी रांची में छिपे हुए हैं. इस सूचना के बाद भरनो थाना प्रभारी नित्यानंद महतो, पुअनि तीर्थनाथ तिवारी व तकनीकी सेल टीम का गठन किया गया. पुलिस अहले सुबह रांची गयी और बरियातू पुलिस के सहयोग से दोनों को पकड़ने में सफलता हासिल की.
दहशत में जी रहे थे सरकारी कर्मचारी : एसपी ने बताया कि इन दोनों अपराधियों के दहशत से डुमरी प्रखंड व अंचल के कर्मचारी हड़ताल पर जाने को तैयार हो गये थे. क्योंकि इस्तियाक ने कई लोगों से लेवी की मांग की थी. लेवी नहीं देने पर जान से मारने की धमकी दिया था. इस कारण लोग डरे हुए थे. यहां तक कि बगल राज्य छत्तीसगढ़ के जशपुर जिला में भी इनका आतंक है. जशपुर पुलिस को भी इन दोनों की तलाश थी. पुलिस के लिए यह बहुत बड़ी सफलता है.
थानों में ये मामले दर्ज हैं : पुलिस पूछताछ में इस्तियाक ने अपने सात साथियों के नाम बताये हैं. इसके अलावा जारी, डुमरी, चैनपुर, सिसई, जशपुर में कहां कहां किन-किन घटनाओं को अंजाम दिया है. उसकी भी जानकारी दी है. जारी थाना में तीन, चैनपुर में एक, डुमरी में पांच, सिसई में एक, जशपुर में नौ मामले दर्ज है. इसमें अधिकांश मामले लेवी मांगने, हत्या करने, पुल व सड़क निर्माण स्थल बाधित करने व गाड़ी को आग लगाने का मामला है.