डुमरी(गुमला) : डुमरी प्रखंड के अति उग्रवाद प्रभावित कई क्षेत्रों में आजादी के 67 साल व राज्य गठन के 13 वर्ष बीत जाने के बाद भी बुनियादी सुविधाओं से महरूम है. इन ग्रामों में स्वास्थ्य, शिक्षा, पेयजल, सड़क, बिजली के पहुंचने की ग्रामीण बाट जोह रहे हैं.
इस क्षेत्र के लोगों ने गुमला विधान सभा व लोहरदगा संसदीय क्षेत्र को कई सांसद व विधायक देने का गौरव प्राप्त किया है. इसके बावजूद प्रखंड के ग्रामीण विकास व रोजगार के लिए उपरोक्त समस्याओं के निराकरण के लिए किसी विकास पुरुष के इंतजार में है. प्रखंड के आसन्नपानी, गनीदरा, लिटियाचुंआ, खुंटाकोना, गालो, दुंदुरिया पकरीटोली, हसुआटोली, अंबवाटोली, डुलू सरना, ठोठीपाठ, लुचुतपाठ आदि दर्जनों ग्राम विकास से महरूम है. इन पहाड़ी क्षेत्रों के लोग आज भी पथरीली पगडंडी व पहाड़ी के चोटी के सहारे अपने गांव आना-जाना करते है. हालांकि इस क्षेत्र के लोग लोकतंत्र में आस्था प्रकट करते हुए इस वर्ष मतदान में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया है. बावजूद जनप्रतिनिधियों व प्रशासनिक उपेक्षा का दंश ङोलने को क्षेत्र के लोग मजबूर हैं.