गुस्सा.ठेकेदार के अपहरण के विरोध में सड़क पर उतरे लोग, नारेबाजी की
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पांच घंटा जाम रहा रांची-सिमडेगा मार्ग
गुस्सा.ठेकेदार के अपहरण के विरोध में सड़क पर उतरे लोग, नारेबाजी की बसिया(गुमला) : बसिया प्रखंड के पोकटा गांव निवासी ठेकेदार नीरज सिंह का शांति सेना के सदस्यों ने अपहरण कर लिया है. तीन दिनों से नीरज गायब है. परिजनों ने नीरज के अपहरण के बाद शांति सेना के सदस्य कारू सिंह व पप्पू सोनी […]
बसिया(गुमला) : बसिया प्रखंड के पोकटा गांव निवासी ठेकेदार नीरज सिंह का शांति सेना के सदस्यों ने अपहरण कर लिया है. तीन दिनों से नीरज गायब है. परिजनों ने नीरज के अपहरण के बाद शांति सेना के सदस्य कारू सिंह व पप्पू सोनी के खिलाफ बसिया थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी है, लेकिन तीन दिन से पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है. इससे गुस्साये पोकटा गांव के लोग शुक्रवार को मुख्य सड़क पर उतर आये. उन्होंने दिन के 10.30 बजे रांची-सिमडेगा मार्ग जाम कर नारेबाजी शुरू कर दी. पुलिस ने लोगों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन लोग नीरज को मुक्त कराने व शांति सेना के सदस्यों को गिरफ्तार करने की मांग पर अड़े रहे. अंत में एसडीओ अमर कुमार व एसडीपीओ बच्चनदेव कुजूर जाम स्थल पर पहुंच कर लोगों को समझाया.
दोषियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया. इस आश्वासन के बाद लोग शांत हुए और 3.30 बजे सड़क जाम हटा लिया गया. लोगों ने चेतावनी दी है कि अगर अपह्रत नीरज को कुछ होता है, तो इसका दोषी पुलिस होगी.
वहीं जाम के दौरान नीरज की मां रोती हुई बोल रही थी कि मेरा बेटा गायब है. मैं एक मां हूं, मेरा दिल तड़प रहा है. आखिर मेरा बेटा कहां है. डीएसपी साहब आप बतायें.
एसडीओ व एसडीपीओ जाम स्थल पर पहुंच कर लोगों को समझाया
परिजनों ने शांति सेना के सदस्यों पर लगाया अपहरण का आरोप
शांति सेना के कारू सिंह व पप्पू सोनी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी
पुलिस है तो फिर शांति सेना क्यों?
जाम के दौरान परिजनों ने पुलिस को खूब खरी खोटी सुनायी. परिजन बोल रहे थे कि हमलोगों के पास शांति सेना सदस्य कारू व पप्पू जैसा पैसा नहीं है. डेढ़ साल पहले नीरज व उसके छोटे भाई पर मुरकुंडा के रास्ते पर हमला किया था, उस समय दोनों भाई बच कर भाग निकले थे. लोगों ने कहा कि जब जनता की सुरक्षा के लिए पुलिस है, तो फिर शांति सेना की क्या जरूरत. ये लोग शांति नहीं, अशांति फैलाने का काम कर रहे हैं.
अपहरण की आशंका
इधर, सड़क जाम होने से लोगों को आने-जाने में परेशानी हो हुई. वाहनों की लंबी कतार लग गयी थी. बताया जा रहा है कि शांति सेना के सदस्यों की पीएलएफआइ के पूर्व सबजोनल कमांडर गोवर्धन सिंह से दुश्मनी है. कुछ दिन पहले गोवर्धन जेल से निकला है. शांति सेना के लोगों का मानना है कि अपह्रत नीरज पूर्व में गोवर्धन का नजदीकी रह चुका है, इसलिए शांति सेना के सदस्यों को लग रहा है कि गोवर्धन जेल से निकलने के बाद उत्पात मचा सकता है. इस कारण नीरज के अपहरण की आशंका शांति सेना के सदस्यों पर लगाया जा रहा है. हालांकि पुलिस नीरज को खोज रही है.
नीरज सिंह का अपहरण मैंने व शांति सेना ने नहीं किया है. नीरज पीएलएफआइ का सहयोगी है और गोवर्धन सिंह के लिए काम करता है. वह पूर्व में जेल भी जा चुका है. राजनीति षडयंत्र के तहत मुझे फंसाया जा रहा है.
कारू सिंह, शांति सेना के सदस्य
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