गुमला: गुमला प्रखंड से 15 किमी दूर बांकीर लिटियाटोली गांव के पांच मासूम भाईयों की स्थिति जानने सीडब्ल्यूसी के सदस्य संजय कुमार भगत गांव पहुंचे. 13 माह पहले इनकी मां की मौत हो गयी है और पांच दिन पहले पिता की भी हत्या कर दी गयी है.
इससे पांचों भाई अनाथ हो गये हैं. मासूम बच्चों की स्थिति से संबंधित समाचार प्रभात खबर ने बुधवार को प्रमुखता के साथ प्रकाशित किया. इसके बाद सीडब्ल्यूसी ने मामले पर स्वत: संज्ञान लेते हुए बच्चों के संरक्षण व आश्रय के लिए आगे आयी है. सीडब्ल्यूसी को डर है कि पांचों भाई कहीं मानव तस्करी का शिकार न हो जायें, इसलिए सीडब्ल्यूसी ने इन बच्चों को अपने आश्रय में लेकर पढ़ाने की योजना बनायी है.
साथ ही पिता मनोहर तिर्की की हत्या के बाद घर की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के लिए प्रशासन द्वारा हर संभव सहयोग करने की बात कही है. संजय भगत ने कहा कि मां व पिता की मौत के बाद पांच बच्चों के अनाथ होने की जानकारी मिलने के बाद परिवार की स्थिति देखने आये हैं. घर में अमित तिर्की (14), आशीष तिर्की (12), देवा तिर्की (10), आलोक तिर्की (सात) व अंकित तिर्की (चार) हैं. अभी ये बच्चे अपनी दादी बंधनी देवी के साथ रहते हैं, लेकिन घर की स्थिति ठीक नहीं है. गरीबी के कारण बच्चों ने पढ़ाई भी छोड़ दिया है. अगर इन बच्चों को समय रहते आश्रय व शिक्षा नहीं मिला, तो ये मुख्यधारा से भटक जायेंगे. इसलिए इनके आश्रय व शिक्षा की व्यवस्था की जायेगी.