गोड्डा : पोड़ैयाहाट प्रखंड के गायघाट मौजा में दूसरे दिन सोमवार को अडाणी पावर प्लांट के विरोध में विधायक प्रदीप यादव अनिश्चितकालीन सत्याग्रह में बैठे रहे. यहां उन्होंने प्रेस वार्ता आयोजित कर कहा कि आज महिला व पुरुष सहित 46 अनशनकारियों के साथ हजारों किसान समर्थन में सत्याग्रह में बैठे हैं. सत्याग्रह शांतिपूर्ण तरीके से किया जा रहा है. उन्होंने जिला प्रशासन पर ग्रामीणों को उकसाने का आरोप लगाया और कहा कि उनकी दो मांगें है.
पहली जितनी भी सुनवाई व कार्रवाई की गयी उसे निरस्त किया जाये तथा अडाणी की ओर से किया जा रहा भूमि अधिग्रहण का कार्य बंद किया जाये. इस पर पहल करने के बजाय जिला प्रशासन की ओर से सोमवार को गायघाट व मोतिया में जमीन की मापी करायी गयी है. जिसका विरोध रैयतों में महिला, बच्चे व पुरुष ने किया. आज बड़ा हादसा होते होते रुक गया.
प्रशासन िजतना दबाव देगा…
आंदोलन बिखरेगा नहीं
प्रदीप यादव ने कहा कि प्रशासन की भूल
है कि आंदोलन टूट जायेगा. लेकिन ऐसा नहीं है. लोग जुटेंगें. 60 दिनों तक आंदोलन चलता रहेगा. जब तक सांस चलेगी आंदोलन जारी रहेगा. विभिन्न दल का भी समर्थन मिल रहा है.
अपने दादा की मौत पर भी नहीं गये बोहरा
विधायक प्रदीप यादव के गोतिया में दादा की मौत सोमवार को हो गयी. उन्हें सूचना मिली, पर वे बोहरा गांव नहीं गये. बाद में दादा के पार्थिव शरीर को अनशन स्थल लाया गया. यहां श्री यादव के साथ लोगों ने श्रद्धांजलि दी. कहा आंदोलन से कहीं बाहर नहीं जा सकते हैं. सभी के साथ हैं.
पुलिस को लग रहा है गलत कर दिया
प्रदीप यादव ने एक सवाल के जवाब में कहा कि पुलिस लग रहा है एफआइआर दर्ज गलती की है. इस कारण पुलिस बैठी है. रविवार को सभी के सामने आये थे.
जलेश्वर महतो ने भी किया समर्थन
जदयू प्रदेश अध्यक्ष सह पूर्व मंत्री जलेश्वर महतो ने प्रदीप यादव के सत्याग्रह को समर्थन देने धरना स्थल पर पहुंचे. उन्होंने कहा कि प्रदीप यादव किसान हैं और क्षेत्र की समस्या को लेकर लड़ रहे हैं. उन्होंने राज्य सरकार को किसान, मजदूर, गरीब, दलित विरोधी बताया. केवल काॅरपोरेट के पोषक होने की बात कही. कहा कि आज अगर धरना दिया जा रहा है तो इसके पीछे कंपनी का मामला है. हर हाल में सरकार को ही उखाड़ देंगें. बड़कागांव , रामगढ़ में भी ऐसा आंदोलन हो चुका है. गोली चलाने व जेल जाने के लिये तैयार हैं. इस अवसर पर महामंत्री जेपी सिंह, जिलाध्यक्ष चंद्रधर सिंह चुन्नू, जेवीएम नेत्री वेणु चौबे, मनापेज यादव आदि थे.
गांववालों को उकसाने का काम कर रहा प्रशासन
ग्रामीण कानून हाथ में लेंगे तो सारी जवाबदेही प्रशासन की : प्रदीप
60 दिनों तक लगातार कर सकता हूं सत्याग्रह. जब तक सांस, बैठूंगा
मांगों पर पहल के बदले प्रशासन ने सोमवार को करायी जमीन की मापी