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नकदी संकट की मार से जिलेवासी हलकान

नोटबंदी का 15वां दिन. एसबीआइ को छोड़कर सभी बैंकों में रुपये खत्म, गांवाें में नहीं पहुंची मोबाइल वैन राशि निकासी की आस लिये मीलों चलकर आये लोगों को बुधवार को निराशा ही हाथ लगी. कई बैंक शाखाओं में नकदी संकट के कारण भुगतान नहीं हो पाया. एसबीआइ को छोड़कर शहर के अन्य बैंकों के एटीएम […]

नोटबंदी का 15वां दिन. एसबीआइ को छोड़कर सभी बैंकों में रुपये खत्म, गांवाें में नहीं पहुंची मोबाइल वैन

राशि निकासी की आस लिये मीलों चलकर आये लोगों को बुधवार को निराशा ही हाथ लगी. कई बैंक शाखाओं में नकदी संकट के कारण भुगतान नहीं हो पाया. एसबीआइ को छोड़कर शहर के अन्य बैंकों के एटीएम के शटर पहले से ही गिरे हुए हैं.
गोड्डा : नोटबंदी के 15 वें दिन जिले में एसबीआइ बैंकों को छोड़कर कमोबेश सभी बैंक नकदी संकट के कारण हाथ खड़े कर दिये हैं. बुधवार को लंबी दूरी तय कर रुपये निकालने बैंक की शाखाओं में आये ग्राहकों को निराशा हाथ लगी है. कुछ ग्राहक सिर्फ पुराने नोट ही जमा कर पाये हैं. वहीं एटीएम का भी बुरा हाल है. केवल एसबीआइ के एटीएम से ही पैसे निकल रहे थे. बाकी बैंकों के एटीएम में ताला लगा रहा. ग्रामीण बैंकों में भी नकदी संकट बरकरार है. शुरुआत में बैंक शाखाओं के प्रबंधकों ने कहा था कि कुछ दिनों बाद स्थिति सामान्य हो जायेगी. पर इसके इतर बैंकों में नकदी संकट ग्हराने लगा है.
शादी-विवाह वाले घरों के लोग शादी की तय तारीखें आगे बढ़ाने पर मजबूर हो रहे हैं. शादी कार्ड ले जाने के बाद भी आरबीआइ द्वारा जारी सर्कुलर के तहत राशि नहीं मिल पा रही हैं. बैंक कर्मी मैरेज हॉल समेत कई तरह के कागजात मांगते हैं. जिसको दे पाने में ग्रामीण लोग असक्षम महसूस करते हैं. जिले में कई बैंक एसबीआइ पर आश्रित है. इनका जमा व निकासी दोनों एसबीआइ की करंसी चेस्ट पर ही आश्रित है. इन बैंकों की हालत खराब है. इनके पास नकदी की समस्या गहरा गयी है. एसबीआइ ने भी इन बैंकों को दो दिनों में कैश नहीं दिया है. ऐसे में इनके एटीएम तो पहले से ही बंद थे. अब शाखाओं में संकट कायम हो गयी है.
गोड्डा में बंद पड़े आइडीबीआइ व ओरिएंटल बैंक का एटीएम.
निकासी पर कुछ बैंकों में रही पाबंदी
बैंक के काउंटर में निकासी बंद होने की सूचना लगा दी गयी थी. दूरदराज से आये लोग लाईन में खड़े रहे जरुर थे. पर खाली हाथ लौट गये. बैंककर्मियों ने दूसरे दिन का बहाना बनाकर तत्काल अपना पिंड छुड़ाने में ही भलाई समझी.कमोबेश यहीं हाल कुछ और भी बैंकों का है. नकदी संकट गहरा गया है. शहर मे ही पंजाब नेशनल बैंक, आइडीबीआइ,ओरिएंटल बैंक आफ कामर्स, सिंडिकेट बैंक, यूनियन बैंक के एटीएम की हालत भगवान भरोसे ही है.
खाली हाथ लौटी 70 वर्षीय मसोमात मंगली
बड़ी कल्याणी पंचायत की 70 वर्षीय मसोमात कमली पेंशन की राशि नहीं निकलने पर निराश लौट गयी. उसने जैसे ही काउंटर में हाथ बढ़ाया. बैंककर्मी ने कैश नहीं होने की जानकारी देकर लौटा दिया. बैंक कर्मी के समझाये जाने के बाद भी मसोमात कमली कुछ देर तक बैठी रही. यह सोचकर की बैंक में पैसा कैसे खत्म होगा. बाद में जुटे लोगों ने समझा उसे घर भेजा. वहीं ककना गांव से आये संजीव सिंह ने भी कैश नहीं मिलने का रोना रोया. बताया कि कैश नहीं मिलने के कारण बीज व खाद आदि खरीदने में संकट का सामना करना पड़ रहा है. खेती कार्य में नकदी संकट आड़े आ रहा है. देखनेवाला कोई नहीं है.

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