उपयोगिता प्रमाण पत्र नहीं देने पर विभाग ने दर्ज करायी प्राथमिकी
विभाग ने कई बार पूर्व मुखिया से मांगा था स्पष्टीकरण
संतोषजनक जबाव नहीं मिलने पर हुई कार्रवाई
गोड्डा : मुफस्सिल थाना क्षेत्र के रानीडीह पंचायत के पूर्व मुखिया मंसूर आलम शौचालय निर्माण में गड़बड़ी के मामले में फंस गये हैं. विभाग ने पूर्व मुखिया सहित तीन जलसहिया पर प्राथमिकी दर्ज करायी है. प्राथमिकी कार्यपालक अभियंता अनिल कुमार गुप्ता ने दर्ज करायी है. तकरीबन दो करोड़ की राशि से बनने वाले शौचालय का निर्माण कार्य पूरा नहीं करने व दिये गये राशि के एवज में उपयोगिता प्रमाण पत्र नहीं देने के मामले में ही विभाग ने प्राथमिकी दर्ज करायी है.
यह मामला वर्ष 2014-15 व 15-16 का है. थाना में इसको लेकर ही गबन की प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. दर्ज प्राथमिकी में बताया गया है कि पूर्व मुखिया मंसूर आलम सहित जलसहिया के खाते में पंचायत में लाभुकों के बीच बनाये गये शौचालय निर्माण को लेकर अलग-अलग किश्तों में आरटीजीएस करा कर पहली किश्त में एक करोड़ 19 लाख 84 हजार, दूसरी बार में 59 लाख 80 हजार व तीसरी किश्त में 40 लाख की राशि शौचालय निर्माण कार्य के लिये दिया गया था. इस एवज में विभाग द्वारा कई बार पूर्व मुखिया से दी गयी राशि के एवज में विभाग ने स्पष्टीकरण की मांग भी की थी.
लेकिन पूर्व मुखिया द्वारा संतोषजनक जबाब नहीं दिया गया. वहीं विभाग ने छह अगस्त को बची हुई राशि को लौटाने के पत्र लिखा था. वर्ष 2014-15 व 15-16 में भी विभाग ने पत्र के माध्यम से राशि की मांग की तथा अधूरे पड़े कार्यो को पूरा कराने की मांग की थी. लेकिन नतीजा सिफर रहा. जिसके बाद विभाग ने राशि के गबन के मामले में पूर्व मुखिया सहित तीन जलसहिया सबीना बीबी, सुनीता मुर्मू, रंजु देवी पर राशि के गबन के मामले में प्राथमिकी दर्ज करायी है.