गोड्डा : विभिन्न मांग के समर्थन में 38 दिनों से हड़ताल पर बैठे डिग्री संबद्ध कॉलेजों के शिक्षकों ने बुधवार को सिदो- कान्हू चौक पर एकदिनी उपवास रखा. इसमें महिला व पथरगामा कालेज के शिक्षक व शिक्षकेत्तर कर्मियों के साथ शहर के गण्यमान्य बुद्धिजीवियों को समर्थन के लिये बुलाया गया था.
इसकी अध्यक्षता स्वतंत्रता सेनानी महेश्वर झा ने की. इस दौरान वित्त रहित शिक्षा नीति के खिलाफ शिक्षकों ने हल्ला बोला. बुद्धिजीवियों ने शिक्षकों की मांग को जायज ठहराया. अखिल भारतीय अराजपत्रित कर्मचारी संघ के मंजुल दास ने कहा कि सरकार शिक्षकों की मांगों पर ध्यान नहीं दे रही है.
उन्होंने राज्य के पूरे 55 अस्थायी संबद्धता प्राप्त कॉलेजों को अंगीभूत किये जाने की मांग की. इसके बाद राष्ट्रीय विभूति मंच के राजेश झा, नगर पंचायत अध्यक्ष अजीत कुमार सिंह ने शिक्षकों की मांग को जायज ठहराया और कहा कि वर्षो से इनकी मांगों की अनसुनी की जा रही है. हर साल एक ही अधिकार पाने के लिये शिक्षक व शिक्षकेत्तर कर्मी हड़ताल पर रहते हैं.
सरकार को इसके लिये जिम्ेमवारी तय करनी चाहिये. वहीं प्रो अमरनाथ झा ने कहा कि ऐसी नीतियों से आम जन खुश नहीं रह सकते. सरकार को इनकी मांगें पूरी कर ली जानी चहिए . कार्यक्रम का संचालन कर रहे प्रो सुमनलता एवं डा ब्रजेश मिश्र ने कहा कि सरकार की वित्त रहित शिक्षा नीति के खिलाफ प्रदर्शन किया जा रहा है.
सरकार आती है, जाती है, लेकिन आश्वासन देकर लौट जाती है. मौके पर पेंशनर समाज के बलराम झा, पांडे मुरलीधर, प्रो किरण चौधरी, प्रो उत्पल प्रियदर्शीनी, डा सुधि वत्स, डा सावरा तब्बस्सुम, प्रो नूतन झा, अभय कुमार राय, प्रो कंचन कुमार, प्रदीप कुमार, प्रो सुदर्शन सिंह, शिवशंकर मिश्र, वसंत नारायण, सुधांशु शेखर झा, संजु सिंह, साधना कुमारी, अंशुमान कुमार झा, निलेश कुमार यादव, निरंजन दास, पुतुल कुमारी सहित अन्य थे.