मेहरमा : पारस नाथ उच्च विद्यालय के 700 विद्यार्थी बुनियादी सुविधा के अभाव में पढ़ने को विवश हैं. एक ओर सरकार बच्चों की उपस्थिति बढ़ाने के लिए विभिन्न योजनाओं चला रही है. हर वर्ष विद्यालयों को लाखों का बजट भी मुहैया कराया जाता है.
बावजूद इसके विद्यालय में दरवाजा, खिड़की, बैंच व डेस्क नहीं होना अपने-आप में विचारणीय है.
बच्चे हो रहे बिमार
इस वर्ष दसवीं की टेस्ट परीक्षा में कुल 355 परीक्षार्थी शामिल हैं. जिन्हें ठंड में जमीन पर बैठकर परीक्षा देनी पड़ रही है. अभिभावकों ने बताया कि शिक्षा विभाग व विद्यालय प्रबंधन की उदासीनता बच्चे सर्दी-खांसी की चपेट में आ रहे हैं.
क्या कहते है प्रभारी प्रधानाध्यापक
प्रभारी प्रधानाध्यापक जय प्रकाश भगत ने कहा कि दरवाजा व खिड़की के विषय में पूर्व प्रधानाध्यापक द्वारा विभाग को सूचना दी गयी है. दरवाजा नहीं होने के कारण ही बैंच व डेक्स भी नहीं दिया है.
क्या कहते हैं डीइओ
डीइओ शिवचरण मरांडी ने कहा कि जल्द ही विद्यालय में बैंच व डेस्क मुहैया कराया जायेगा. साथ ही विद्यालय में सुरक्षा को लेकर ग्रिल लगाने के लिए प्रभारी प्रधानाध्यापक को बजट बनाने का निर्देश दिया गया है.
क्या कहते हैं बीडीओ
बीडीओ प्रदीप कुमार ने कहा कि इसकी जानकारी नहीं थी. मामले की जानकारी अभी मिली है. जांच कर उपायुक्त को रिपोर्ट देंगे.जल्द विभागिय कार्रवाई की जायेगी.