गोड्डा : गोड्डा के ऋतिक राज ने 16,600 फीट ऊंचे कनामो पर्वत के शिखर पर 15 अगस्त को तिरंगा लहरा कर पर्वतारोहण के इतिहास में नया आयाम लिखने का काम किया है. हिमाचल प्रदेश के इस ऊंचे पर्वत के शिखर पर पहुंचने में ऋतिक व उसकी टीम को पूरे नौ दिन का समय लगा. इनकी टीम में कुल दस पर्वतारोही थे.
ऋतिक के इस उपलब्धि पर उनके परिजन फूले नहीं समा रहे. पिता सुनील प्रसाद यादव अपने बेटे पर गर्व कर रहे हैं. वह गोड्डा शहर के लोहिया नगर का रहने वाला है. बताया जाता है कि ऋतिक ने टाटा स्टील एडवेंचर फाउंडेशन के बछेंद्री पाल के ग्रुप में शमिल होकर दस सदस्यों के साथ बीते छह अगस्त से पर्वतारोहण शुरू किया था. यह पहला मौका है जब गोड्डा के किसी युवक ने कनामो पर्वत की शिखर पर तिरंगा लहराया है.
गोड्डा के ऋतिक ने…
पारा शिक्षक हैं ऋतिक के पिता
पिता सुनील प्रसाद यादव पेशे से पारा शिक्षक हैं. उन्होंने कहा कि बड़ी मेहनत कर उसे पढ़ाने का काम कर रहे हैं. संत थॉमस स्कूल से मैट्रिक से बढ़िया रिजल्ट से पास किया. बेटे के प्रतिभा से पिता काफी प्रभावित है, इसके लिए उसे लगातार सपोर्ट करने का काम किया है.
घरवाले कर रहे इंतजार
पिता के अलावा रितिक की मां स्नेहलता कुमारी एवं 80 साल की दादी उमा देवी उसके घर लौटने का इंतजार कर रही है. मां ने बताया कि दादी के आंखों के तारे राज दुलारे रितिक ने वो कर दिखाया है, जो एक सपने की तरह है. दादी बड़ी बेसब्री से उसके घर आने की राह दिख रही है.
नौ दिनों में 16,600 फीट की ऊंचाई पर चढ़ कर पूरा किया पर्वतारोहण
ऋतिक की टीम में 10 लोग हैं शामिल