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दवा की किल्लत से जूझ रहे मरीज
गिरिडीह : दवा के लिए आवंटित राशि का विपत्र कोषागार से पास नहीं होने से सदर अस्पताल में कई जीवन रक्षक दवाइयों के साथ रैबीज इंजेक्शन का घोर अभाव हो गया है. जरूरी दवाइयों की खरीदारी रुक गयी है. इससे मरीज व उनके परिजन परेशान हैं. सदर अस्पताल के सूत्रों का कहना है कि वित्त […]
गिरिडीह : दवा के लिए आवंटित राशि का विपत्र कोषागार से पास नहीं होने से सदर अस्पताल में कई जीवन रक्षक दवाइयों के साथ रैबीज इंजेक्शन का घोर अभाव हो गया है. जरूरी दवाइयों की खरीदारी रुक गयी है. इससे मरीज व उनके परिजन परेशान हैं. सदर अस्पताल के सूत्रों का कहना है कि वित्त वर्ष 2016-17 समाप्ति के करीब है. सरकार ने मार्च माह में कुल बजट का मात्र 15 फीसदी राशि का ही विपत्र पास करने का कोषागार को निर्देश दिया है. कोषागार इस आधार पर विपत्र पास नहीं कर रहा है. दवा की खरीदारी के लिए स्वास्थ्य विभाग ने 10 लाख का विपत्र कोषागार को भेजा था, लेकिन वहां से विपत्र पास नहीं हो रहा है. सदर अस्पताल के दवाखाना में एंटी रैबीज इंजेक्शन नहीं होने की सूचना लिखकर चस्पां कर दी गयी है. ऐसे में कुत्तों के शिकार लोग परेशानी झेल रह हैं.
रुका कर्मियों का वेतन
सदर अस्पताल में कार्यरत कर्मियों का फरवरी माह का वेतन भी अब तक नहीं मिल पाया है. उनके समक्ष आर्थिक संकट उत्पन्न हो गया है. कर्मियों का कहना है कि विभाग के पास आवंटन का अभाव है. कर्मचारियों व अधिकारियों के वेतन के लिए लगभग 34 लाख रुपए की जरूरत है. वित्त वर्ष की समाप्ति करीब है. अबतक आवंटन नहीं आया है.
कोषागार से विपत्र पास नहीं होने के कारण दवा की खरीदारी नहीं हो पा रही है. सरकार को पत्र लिखा गया है. सरकार ने मार्च माह में मात्र 15 फीसदी राशि का ही विपत्र पास करने का आदेश जारी किया है. दवाइयों की खरीदारी आवश्यक है. मरीज का इलाज प्रभावित हो सकता है. आवंटन के लिए भी सरकार को लिखा गया है.
डाॅ विभा शरण, सिविल सर्जन, गिरिडीह
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