गिरिडीह : रोड सेल में मशीन का प्रयोग एवं हाइवा से ट्रांसपोर्टिग के खिलाफ झारखंड कोलियरी मजदूर यूनियन के बैनर तले लोकल सेल मजदूरों ने सोमवार को सीसीएल बनियाडीह कोलियरी में विरोध प्रदर्शन किया.
मौके पर झाकोमयू, झामुमो, ट्रक ऑनर एसोसिएशन के सदस्यों के साथ-साथ नगर पर्षद अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष भी उपस्थित थे. इस दौरान परियोजना पदाधिकारी के कार्यालय के समक्ष धरना भी दिया गया. साथ ही रैली निकालने के बाद सभा का भी आयोजन किया गया.
मौके पर जनसमूह को संबोधित करते हुए झाकोमयू के सचिव जयनाथ राणा ने कहा कि बनियाडीह कोलियरी के लोकल सेल मजदूरों के प्रति प्रबंधन गंभीर नहीं है. प्रबंधन की संवेदनहीनता के कारण मजदूरों के समक्ष रोटी की समस्या उत्पन्न हो गयी है. उन्होंने कहा कि गिरिडीह जिला में बनियाडीह कोलियरी एक मात्र ऐसा राजकीय प्रतिष्ठान है जहां पांच हजार से अधिक संगठित और असंगठित मजदूर काम कर अपने परिवार का भरण-पोषण कर रहे हैं.
इस कोलियरी में रोड सेल लगभग 36 वर्षो से चल रहा है. यहां रोड सेल में सालाना एक लाख टन कोयला का डिस्पैच होता है. इसमें कबरीबाद डंप यार्ड एक एवं डंप याड दो में लगभग दो हजार मजदूर ट्रकों में कोयला लोड करते हैं. इन मजदूरों को एक वर्ष में 160 से 170 दिन ही रोजगार मिल पाता है. रोड सेल में ट्रक लोडिंग मजदूर के अलावा ट्रक मालिक, स्थानीय बेरोजगार लोग भी जुड़ कर अपना गुजारा कर रहे हैं.
श्री राणा ने कहा कि प्रबंधन द्वारा इस प्रक्षेत्र को एक सेल ऑर्डर भेजा है, जिसमें कहा गया है कि मेसर्स मैथन पावर लिमिटेड को बीस हजार टन कोयला रोड सेल द्वारा आपूर्ति की जायेगी. इस कोयले को उक्त कंपनी द्वारा पे लोडर मशीन से लोडिंग एवं हाइवा से ट्रांसपोर्टिग करेगा. उन्होंने कहा कि प्रबंधन के इस फैसले से क्षेत्र में विस्फोटक स्थिति पैदा हो गयी है.
झामुमो व्यावसायिक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष सुदिव्य कुमार सोनू ने कहा कि प्रबंधन के इस फैसले का सीधा असर लोकल सेल मजदूरों पर पड़ेगा. सीसीएल प्रबंधन को इस दिशा में मजदूर हित में कदम उठाने की जरूरत है. अगर ऐसा नहीं हुआ तो चरणबद्ध आंदोलन किया जायेगा. नगर पर्षद अध्यक्ष दिनेश प्रसाद यादव ने कहा कि मशीन से कोयला ढुलाई होने पर मजदूरों के समक्ष विकट स्थिति उत्पन्न हो जायेगी. इसे बरदाश्त नहीं किया जायेगा.
सभा की अध्यक्षता युसुफ अंसारी ने की. मौके पर ट्रक ऑनर एसोसिएशन के कार्यकारी अध्यक्ष राजेंद्र यादव, नप उपाध्यक्ष राकेश कुमार, राजेंद्र राय, चुड़का हांसदा, कमलचंद साहू, मो असलम, तेजलाल मंडल, हरगौरी साहू छक्कू, विजय कुमार सिंह मुन्ना, संतोष यादव, राहुल सिंह, राजीव कुमार सिंह, अविनाश कुमार, मो मुबारक, धर्मनाथ सिंह, विनय सिंह, ज्ञानी दास, कैला गोप, प्रमोद लाल शर्मा, लाला गोप, मंगला मांझी, हरि, ईश्वर, किशुन गोप, सोनाराम टुडू, जानकी पांडेय, महादेव मंडल, सुरेश राम, विनय सिंह, गिरेंद्र यादव, संजय राम, अरुण यादव, भैरव मंडल, मुरली मंडल, नंद कुमार सिंह समेत भारी संख्या में कोयला मजदूर उपस्थित थे.