गिरिडीह : ट्रेड यूनियनों द्वारा कोल इंडिया में आयोजित हड़ताल का सीसीएल गिरिडीह कोलियरी में दूसरे दिन बुधवार को भी व्यापक असर देखने को मिला. हड़ताल के दूसरे दिन भी कोयला का उत्पादन व डिस्पैच पूरी तरह से ठप रहा.
पीओ कार्यालय, स्टोर, वर्कशॉप, विक्रय विभाग, सिविल विभाग, सर्वे विभाग समेत अन्य इकाइयों में कामकाज पूरी तरह से बाधित रहा. हड़ताल के कारण गिरिडीह कोलियरी को लगभग एक करोड़ के नुकसान का आकलन किया गया है.
अलसुबह से सक्रियता
बुधवार को अलसुबह ट्रेड यूनियन के नेताओं ने ओपेनकास्ट माइंस, कबरीबाद माइंस व आउटसोर्सिग स्थल पर जाकर उत्पादन व डिस्पैच कार्य को ठप करा दिया. कामगारों से दूसरे दिन भी हड़ताल को सफल बनाने की अपील की गयी. यूनियन नेताओं की अपील के बाद कामगारों ने केंद्र सरकार व उच्च प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. माइंसों में कोयला का उत्पादन ठप रहने के कारण यहां पर सन्नाटा पसरा रहा. डोजर-डंपर व ड्रील मशीन यूं ही खड़ा रहा. लोकल सेल बाधित रहने के कारण असंगठित मजदूर बेकार बैठे रहे.
रही गहमागहमी
हड़ताल के दूसरे दिन मंगलवार को गिरिडीह कोलियरी में गहमागहमी रही. इंटक के जिलाध्यक्ष एनपी सिंह बुल्लू, मो. ताजुद्दीन अंसारी, एटक नेता ओमीलाल आजाद, बीएमएस नेता प्रमोद सिंह व बीबी सिंह, कोल फिल्ड मजदूर यूनियन के सचिव शिवाजी सिंह, मिथिलेश यादव समेत अन्य नेताओं की अगुआई में कर्मचारी पीओ कार्यालय पहुंचे. यहां पर किसी भी कर्मचारी को हाजिरी बनाने नहीं दिया गया. सिविल विभाग में हल्की नोक-झोंक के बीच हड़तालियों ने ताला जड़ दिया. मौके पर केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ जम कर विरोध-प्रदर्शन किया गया.
एकता की अपील
विरोध-प्रदर्शन की सूचना अधिकारियों द्वारा पुलिस को देने पर मुफस्सिल थाना के एएसआइ केएन सिंह ने पीओ कार्यालय की वस्तुस्थिति का जायजा लिया. यहां पर इंटक जिलाध्यक्ष एनपी सिंह बुल्लू द्वारा उन्हें शांतिपूर्वक तरीके से हड़ताल करने की बात कही गयी. बाद में एक सभा का आयोजन कर ट्रेड यूनियनों के नेताओं ने कर्मचारियों से एकता बरकरार रखने की अपील की. मौके पर इनके अलावे मो. हासिम अंसारी, एमके वर्मा, बलराम सिंह, प्रदीप कुमार दराद, अशोक दास, बद्री अग्रवाल, एमएल विश्वकर्मा, मुजफ्फर अंसारी, डीके सिंह, दिलीप पासवान, गुलाब चंद दास, एसएन गोप समेत कई कर्मचारी उपस्थित थे.