गढ़वा : पीयूसीएल के पूर्व प्रदेश महासचिव, सामाजिक कार्यकर्ता व साहित्यकार शशिभूषण पाठक का शव उनके पैतृक आवास मंझिआव खुर्द आने के बाद बाजार क्षेत्र के आसपास कई गांव के लोगों इकट्ठा हो गये.आम लोगसहित पूर्व स्वास्थ्य मंत्री लाल हेमेंद्र प्रताप देहाती एवं कई जाने-माने लोग वहां पहुंचे और अपनी शोक संवेदना व्यक्त की.
इसके पश्चात शव यात्रा उनके आवास से निकलकर कोयल नदी पर पहुंची, जहां वैदिक मंत्रोच्चार के साथ श्री पाठक के बड़े पुत्र चंदन पाठक ने अपने पिता को मुखाग्नि दी. इस मौके पर पूर्व स्वास्थ्य मंत्री हेमेंद्र प्रताप देहाती ने कहा किशशिभूषण पाठक बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे. वे साहित्यकार होने के साथ-साथ एकराष्ट्रीय स्तर के महान विचारक एवं चिंतक थे और उन्होंने पीयूसीएल के बैनर तले 23 वर्षों तक गरीबों के हक की लड़ाई लड़ी.
श्री पाठकगढ़वा जिला ही नहीं राज्यकी एक महत्वपूर्ण हस्ती थे. उनकी मौत से एक युग का अंत हो गया. उनकी अंत्येष्टि कार्यक्रम में इप्टा केगढ़वा जिला अध्यक्ष संजय तिवारी, कालीचरण मेहता, सुरेंद्र गुप्ता, उपेन्द्रनाथ चौबे, अवध चौबे, शंकर त्रिपाठी, डॉ डीडी मिश्रा सहित सैकड़ों सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित थे.